पुरानी कंपनी हमेशा उस बीते हुए समय की तरह होती है, जिसमें वापस लौटकर नहीं जाया सकता है। कई बार पुरानी कंपनी हमारे लिए उस उपहार की तरह भी होती है, जिसे घर लाने के बाद हम अपनी अलमारी में सजा देते हैं और नई मंजिल की तरफ आगे बढ़ते हैं। यह भी होता है कि कई बार पुरानी कंपनी किसी कड़वी दवाई की तरह होती है, जो कि भले ही मुंह का स्वाद बिगाड़ दें, लेकिन अनुभव की कई सीढ़ी पर चढ़ाना सिखा देती है, लेकिन अक्सर नयी कंपनी में कोई भी परेशानी होने पर हम पुरानी कंपनी के मोह में खुद को बंधा हुआ महसूस करते हैं, जो कि हमें आगे बढ़ने में बाधक बन सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
नए काम में नहीं लगेगा मन

नए ऑफिस में जुड़ने के साथ अगर आपका ध्यान पुराने ऑफिस पर रहेगा, तो इससे आपका काम में मन नहीं लगेगा, क्योंकि आप हर समय हर छोटी-बड़ी गलती पर पुराने और नए ऑफिस की तुलना करने लगेंगी। अगर आप अपने काम को सौ प्रतिशत नहीं दे पायेंगी, तो इसका असर आपकी परफॉरमेंस पर पड़ेगा। परफॉरमेंस में आयी हुई कमी के कारण आपके लिए मुश्किल होगा खुद को नए ऑफिस में साबित करना। ऑफिस में नयी शुरुआत के दौरान सबकी नजर आपके परफॉरमेंस पर रहती है और ध्यान रखें कि पहला मौका कई बार आखिरी अवसर बन जाता है।
नहीं दे पायेंगे अपना सौ प्रतिशत

पुराने ऑफिस के बारे में सोचते रहने के कारण आपको कई बार इस बात का भी एहसास होने लगता है कि आपने नयी कंपनी में आकर गलती कर दी, क्योंकि आप नयी और पुरानी नौकरी की तुलना करती हैं। ऐसे में आप कभी भी अपना सौ प्रतिशत नहीं दे पाती हैं और बिना मन के काम करने के कारण आपका फोकस काम पर से हटने लगता है और इसका असर आपकी तरक्की पर होता है।
करियर में आगे बढ़ने में होगी दिक्कत
जाहिर-सी बात है कि आप अगर अपने पुराने ऑफिस के सपनों में खोई रहेंगी, तो आपको कहीं न कहीं इस बात का पश्चतावा रहता है कि आपको अपनी पिछली नौकरी से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए था। आप अपने नए काम को केवल बाहरी तौर पर पूरा करेंगी, लेकिन उतनी शिद्दत से नहीं काम कर पायेंगी, जैसा कि आपने अपनी पिछली नौकरी में किया था। ऐसा करने से आपका अधिकतर समय नकारात्मकता के ईद-गिर्द घूमेगा और आपको अपने करियर में आगे बढ़ने में दिक्कत होगी।
आज में जीएं और भविष्य की रचना करें

आप अगर खुद को भविष्य में सफलता की सीढ़ी पर देखना चाहती हैं, तो जरूरी है कि आपको अपने आज में यकीन रखते हुए भविष्य की रचना करनी होगी। अगर आप अपने भूतकाल को महत्व देंगी, तो कहीं न कहीं आपके लिए वर्तमान में समय बिताना मुश्किल होगा और आप भविष्य की रचना नहीं कर पायेंगी।
याद करें पुरानी कंपनी में न रहने की वजह
नई कंपनी में कोई भी विवाद होने के बाद हमें पुरानी कंपनी जरूरी याद आती है, लेकिन उसे केवल अपनी याद में ही रहने दें और उसके मोह के जाल में न फंस जाएं। अगर आपका ध्यान आपकी पुरानी कंपनी की तरफ अधिक जा रहा है, तो यह याद करें कि आखिर किस वजह से आपने अपनी पुरानी कंपनी से नाता खत्म किया था। फिर चाहे वजह सैलरी और ग्रोथ हो या फिर अन्य तरह की सुविधाएं।