AI की चर्चा इन दिनों चारों ओर है। कुछ दिनों पहले ही फ्रांस की राजधानी पेरिस में AI शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अध्यक्षता की थी। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन में 'AI फॉर ऑल’ का नारा देते हुए यह भी स्पष्ट किया कि AI के उपयोग को सुगम बनाना आवश्यक है, ताकि यह पूरे मानव समाज के लिए उपयोगी हो। आइए जानते हैं इससे जुड़ी उपयोगिता के बारे में और कैसे यह आने वाले समय में सभी की अहम जरूरत बनने वाला है।
ब्रांड वैल्यू बढ़ाने के लिए कारगर

ब्रांड वैल्यू में इजाफा मौजूदा दौर में ब्रांड वैल्यू बढ़ाना हर किसी की जरूरत है फिर चाहे वह इंसान हो या बिजनेस। ऐसे में वीडियो कंटेंट उन सभी के लिए जरूरी हो गई है, जो ब्रांड की जागरूकता को बढ़ाना चाहते हैं। इसलिए, वीडियो बनाने और एडिट करने के लिए भी AI सबसे अहम बन गया है। इसका उपयोग करने के लिए, आपको बस एक स्क्रिप्ट दर्ज करनी होगी, और एक टेम्पलेट का चयन करना होगा, और आपके सामने ऑटोमेटिक वीडियो बनकर आ जाएगा। इसमें ग्राउंड फुटेज तैयार करना शामिल है, जो आपके वॉयस ओवर के साथ जाता है या AI-जनरेटेड आवाज और बैकग्राउंड सॉन्ग तैयार करता है।
वर्कलोड को कम करने में मददगार
बिजनेस हो या जॉब इसमें मीटिंग और ईमेल भेजना या जवाब देना इसका एक अहम हिस्सा होता है। AI में मौजूद वर्चुअल असिस्टेंट इस परेशानी का अल्टीमेट सॉल्यूशन है, क्योंकि इसमें आप ऑटोमेटिक रूप से मीटिंग शेड्यूल कर सकता है। क्लारा ऐसा ही एक अमूल्य AI टूल है। आपको बस एक ईमेल थ्रेड में असिस्टेंट को जोड़ना होगा और यह आपकी ओर से मीटिंग शेड्यूल करेगा। इसमें ईमेल लिखकर भेजने और जवाब देना भी शामिल होगा। इसका मतलब है कि आपको वर्चुअल और फिजिकल मीटिंग के लिए समय और स्थान निर्धारित करने में इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं है। यदि आप किसी मीटिंग को पुनर्निर्धारित या रद्द करना चाहती हैं तो आपको बस AI को ऐसा करने का निर्देश देना है और यह पलक झपकते ही सबकुछ बहुत अच्छे से मैनेज कर देगा।
बिजनेस को देगा बूस्ट अप

जानकारों की मानें तो AI को आपके सोचने से पहले ही पता चल जाता है कि आप क्या खरीदना चाहते हैं। ऐसे में यह किसी भी बिजनेस के लिए वरदान है। खासकर ऑनलाइन अगर आपका बिजनेस है। आंकड़ों की मानें तो 80 प्रतिशत लोग उन कंपनियों से खरीदारी करना पसंद करते हैं, जो उन्हें अच्छी तरह से समझती हैं। फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियां आपकी रुचियों से मेल खाने वाले विज्ञापन दिखाने के लिए AI का उपयोग करती हैं। इससे कंपनियों को चीजें बेहतर ढंग से बेचने में मदद मिलती है और ग्राहक अधिक खुश होते हैं। अगर गूगल और फेसबुक का नाम सुनकर आप सोच रही हैं कि AI सिर्फ बड़ी कंपनियों के लिए है, तो ऐसा नहीं है। यहां तक कि छोटे व्यवसाय भी इसका अधिक उपयोग करेंगे। रिसर्च की मानें तो 2027 तक, 80 प्रतिशत उभरती इंडस्ट्री में एआई (गार्टनर) शामिल हो सकता है।
आपके बच्चों की स्टडी में भी मददगार
स्विट्जरलैंड के मनोविज्ञानी कार्ल गुस्ताव जंग की एक कहावत है कि जैसे एक ही साइज के जूते दूसरे व्यक्ति के पैरों में फिट नहीं हो सकते, उसी प्रकार जीवन में भी हर किसी के लिए एक ही अनुभव लागू नहीं हो सकता। यह सिद्धांत शिक्षा के प्रति भी लागू होता है। हमारी शिक्षा प्रणाली बहुत दिनों से एक ही मानदंड पर चल रही है, जिसके कारण हम छात्रों की विशेषताओं और आवश्यकताओं को समझने में असमर्थ हो रहे थे। AI एजुकेशन सेक्टर में क्रांति ला सकती है। इसके माध्यम से हम छात्रों की विविधता को समझते हुए व्यक्तिगत शिक्षा को प्राथमिकता दे सकते हैं, जिसमें हर छात्र की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं का ध्यान रखा जाएगा। आप खुद भी AI की मदद से अपने बच्चों को पढ़ाई में मदद कर सकती हैं।
ग्राहकों को बेहतर सेवा

AI-संचालित उपकरण व्यक्तिगत सुझाव और समाधान प्रदान कर सकते हैं, जिससे कस्टमर के अनुभव में सुधार होता है। उदाहरण के लिए, चैटबॉट ग्राहकों को उनकी समस्याओं को जल्दी और कुशलता से हल करने में मदद कर सकते हैं, प्रतीक्षा समय को कम कर सकते हैं। इससे प्रतिस्पर्धा के इस दौर में आगे रहने में मदद मिल सकती है और कारोबार में भी सुधार होगा।
24 घंटे मददगार
AI हमारी मदद के लिए हर समय मौजूद है, जबकि मनुष्य दिन में 8 घंटे काम करते हैं। मशीनें दिन-रात काम कर सकती हैं, और AI-संचालित चैटबॉट ऑफ-ऑवर्स के दौरान भी ग्राहक सेवा प्रदान कर सकते हैं। इससे कंपनियों को अधिक उत्पादन करने और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने में मदद मिल सकती है, जो किसी भी एक इंसान के बस की बात नहीं है।
साइबर सुरक्षा

टेक्नोलॉजी की दुनिया में लंबे समय से एक हॉट टॉपिक रहा है, खासकर डेटा उल्लंघनों और मैलवेयर के विकास में तेजी से वृद्धि के साथ। बहुत लंबे समय से, साइबर-रक्षा विशेषज्ञ हैकर्स और मैलवेयर डेवलपर्स के साथ पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन AI यह सब बदल सकता है। AI तकनीक साइबर खतरों से निपटने और हैकिंग प्रयासों, रैनसमवेयर और वायरस जैसी चीजों का मुकाबला करने के लिए नए तरीके पेश कर सकती है। हमलों को पहले से पहचानने और उनके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए डिवाइस, सर्वर या पूरे नेटवर्क में AI प्रोग्राम और बचाव स्थापित किए जा सकते हैं।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल
AI का इस्तेमाल करते हुए किन बातों का विशेष तौर पर ख्याल रखना जरूरी है?
AI समुद्र है, ऐसे में इसका इस्तेमाल करने से पहले खुद से यह तय करें कि आपकी रुचि और जरूरत किस क्षेत्र में सबसे अधिक है, जैसे डेटा विश्लेषण, मशीन लर्निंग या भाषा। यह आपके सीखने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह बात भी ध्यान रखनी होगी कि AI लगातार विकसित हो रहा है। ब्लॉग, पॉडकास्ट या सोशल मीडिया पर उद्योग विशेषज्ञों का अनुसरण करके AI में नवीनतम समाचारों, रुझानों और प्रोग्रेस से खुद को अपडेट रखें।
AI रोजमर्रा की जिंदगी में कैसे फायदा पहुंचाता है?
AI रोजमर्रा की जिंदगी में उससे कहीं ज्यादा अहम भूमिका निभाता है, जितना कि कई लोग समझते हैं। यह वॉयस असिस्टेंट और पर्सनलाइज्ड रेकमेंडेशन से लेकर धोखाधड़ी का पता लगाने और स्मार्ट होम ऑटोमेशन तक हर चीज को संचालित करता है। यह रूट प्लानिंग जैसे कामों को आसान बनाता है, डिजिटल असिस्टेंट के जरिए शेड्यूल मैनेज करता है और स्मार्ट सर्च रिजल्ट के साथ ऑनलाइन शॉपिंग के अनुभव को भी बेहतर बनाता है। चाहे सीधे तौर पर हो या पर्दे के पीछे, AI जिंदगी को ज्यादा कुशल, सुविधाजनक और कनेक्टेड बना रहा है।
AI के बारे में जानना कितना जरूरी है ?
बहुत जरूरी है, क्योंकि AI ही भविष्य है। यह टेक्नोलॉजी निश्चित रूप रहने वाली है और यह कई अलग-अलग उद्योगों के साथ-साथ लोगों के निजी जीवन में भी बड़ी, बेहतर, स्मार्ट और अधिक प्रभावशाली होती जा रही है। इसके उपयोग की इतनी विस्तृत शृंखला है कि भविष्य में बहुत सी नौकरियां किसी न किसी स्तर पर AI से जुड़ी होंगी। इसलिए, जितना अधिक आप अभी इसके बारे में जानेंगे, आने वाले वर्षों में इस तकनीक के पुरस्कारों और लाभों को पाने करने के लिए आप उतने ही बेहतर स्थिति में होंगे।