करियर चयन करते समय आपको एक नहीं, बल्कि कई सारी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, क्योंकि आपके किसी भी क्षेत्र को चयन करने की प्रक्रिया आपके भविष्य की नींव रखती हैं और आप उसी के आधार पर अपनी पढ़ाई को पूरा करती हैं। इसलिए बहुत जरूरी है कि करियर चयन करने के दौरान आप किसी भी तरह की कोई भी लापरवाही न करें। अगर आप अपनी योग्यता और क्षमता के आधार पर करियर का चयन नहीं करती हैं, तो इससे आप अपने आप को एक गलत करियर क्षेत्र की तरफ आगे बढ़ती रहती हैं। दूसरी तरफ करियर चयन करने की प्रक्रिया में प्रोफेशनलिज्म की भूमिका भी अहम है। आपके करियर में प्रोफेशनलिज्म की एक बहुत बड़ी भूमिका है, जिसे समझना आपके लिए बेहद जरूरी होता है। आइए जानते हैं विस्तार से।
खुद में करें यह कौशल विकसित

अपने लिए किसी भी प्रकार के करियर का चयन करने के लिए आपको खुद में कई सारे कौशल को विकसित करना जरूरी है। बिना इन कौशलों के आप खुद के लिए एक अच्छे करियर की राह नहीं चुन पायेंगी। किसी भी व्यक्ति के लिए करियर उसके भविष्य की सुखद रचना करता है, अगर आपने इसे लेकर कोई भी लापरवाही की, तो आपको फिर से दोबारा नए सिरे से शुरुआत करनी पड़ सकती है। करियर में आगे बढ़ने से पहले पढ़ाई की प्रमुख भूमिका होती है। पढ़ाई के बाद एक स्तर पार करने के बाद कुछ जरूरी खूबी यानी कि स्किल्स का होना बहुत जरूरी होता है। जैसे आपके पास करियर का चयन करने के लिए सबसे एक क्रियाशील रचनात्मक सोच की आवश्यकता होती है। आपके पास किसी भी मामले में तुरंत फैसला करने की खूबी भी आपके अंदर होनी जरूरी है। साथ ही खुद के करियर के प्रति आपके पास सकारात्मक सोच होनी चाहिए। आपके पास खुद के भविष्य को लेकर भी एक सकारात्मक ऊर्जा होनी चाहिए। आपके पास एक सही और अपनी दिशा की तरफ आगे बढ़ता हुआ जज्बा होना भी जरूरी है। आपके पास कम्युनिकेशन स्किल्स का भी होना जरूरी है। साथ ही यह भी जरूरी है कि आप किसी भी चीज में आपके पास बातों को जल्दी से जल्दी या फौरन समझने की और समझाने की खूबी का भी होना जरूरी है।
एकाग्र रहना और धैर्य रखना
अपने करियर का चुनाव करने के दौरान आपके पास एकाग्रता होना भी जरूरी है। साथ ही अगर आप अपने करियर को सही दिशा में आगे बढ़ाना चाहती हैं,तो आपके पास धैर्य की सीढ़ी का भी होना जरूरी है। बिना इसके सहारे आप अपने मार्ग पर आगे नहीं बढ़ सकती हैं। आप अपने लिए अपनी रूचि के हिसाब से जो भी करियर चुनती हैं, उसके लिए आपके पास किसी भी प्रकार का कोई भी फैसला लेने और आप अपनी खुद की दिलचस्पी को लेकर एकाग्रता का होना बेहद जरूरी होता है। आपको खुद को मानसिक तौर पर भी तैयार करना जरूरी होता है। आप अपने लिए जो भी फैसला करें उसे सोच-विचार कर करें। बार-बार अपने करियर को लेकर कोई भी फैसला न बदलें। किसी भी तरह का करियर को लेकर लिया गया निर्णय पूरे सोच-विचार के साथ होना चाहिए। अगर आप बार-बार अपने करियर को बदलने का फैसला लेती हैं, तो इससे आपका वक्त और आपकी योग्यता दोनों बेकार होती चली जाएगी। आपको यह समझना होगा कि आप की रुचि किस क्षेत्र में है और आप किस तरफ आगे बढ़ना चाहती हैं।
अच्छा है इसकी भी रखें जानकारी

आपके करियर चयन में इस बात की भी योग्यता होनी चाहिए कि आपके लिए कौन-सा क्षेत्र सही होगा और आपके पास उसको लेकर किस तरह की जानकारी मौजूद है। आपको अपनी ग्रोथ को भी जांचना होगा। आपको यह सोचना होगा कि आने वाले समय में आपके लिए कौन-सा क्षेत्र ज्यादा अच्छा होगा और आपको कौन से क्षेत्र से बेहतर करियर के विकल्प मिल सकते हैं। आपको हमेशा अपने लिए ऐसे करियर का चयन का चुनाव करना चाहिए, जहां पर आपके लिए अच्छी ग्रोथ(विकास) के साथ अच्छी कमाई का भी रास्ता खुला रहता है। आप अपने लिए ऐसे करियर का चयन करें, जहां आपके लिए कमाई के अवसर केवल किसी एक जगह से सीमित न हो, आप उस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए ग्रोथ के कई सारे अवसर खुले रहने चाहिए।
अनुभव और एक्सपर्ट का साथ जरूरी

अपने करियर चयन के लिए आपके पास योग्यता का होना जरूरी है, लेकिन इसके साथ आपको यह भी ध्यान देना चाहिए कि आपके पास सलाह लेने के लिए कोई अनुभवी मौजूद है भी या नहीं। आपके पास किसी एक्सपर्ट का साथ होना बेहद जरूरी है। आप जिस क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच रखते हैं, उस क्षेत्र से जुड़े हुए अनुभवी लोगों से आपका कनेक्शन होता और आपका संपर्क होना आपकी योग्यता में शामिल होना चाहिए, ताकि आपको जब भी किसी सलाह की जरूरत हो, तो आपको इसके लिए किसी दुविधा का शिकार न होना पड़े और वक्त रहते आप अपने लिए सही रास्ता का चयन किसी अनुभवी या फिर एक्सपर्ट की राय के आधार पर कर सकती हैं।
प्रोफेशनलिज्म का महत्व

करियर चयन के साथ आपको यह भी समझना होगा कि प्रोफेशनलिज्म का महत्व आपके जीवन में क्या है? दरअसल, प्रोफेशनलिज्म एक शक्तिशाली गुण है, जो कि आपको उस जगह पर स्थापित करता है, जहां आप अपने जीवन का सबसे अधिक समय बिता देते हैं। यह आपको कार्यक्षेत्र में आपकी भूमिका आपकी सर्वोत्तम क्षमता से किसी भी कार्य को पूरा करने की अनुमति देता है। साथ ही आप किस तरह के कपड़े पहनते हैं, वो भी बहुत जरूरी होता है। पेशेवर ड्रेस कोड को कार्यस्थल में करियर के विकास और व्यक्तिगत विकास में सहायता के लिए जरूरी समझा गया है। ऐसा इसलिए कि जो भी कर्मचारी पेशेवर तरीके से कपड़े पहनते हैं और अपना कार्य पूरा करते हैं। वे खुद बेहतर महसूस करते हैं और अपने काम में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए खुद को प्रोत्साहित भी करते हैं।
प्रोफेशनलिज्म से चमकेगा आपका करियर
अगर आपके अंदर प्रोफेशनलिज्म के गुण हैं, तो आपको करियर में आगे बढ़ने में बहुत सहायता मिलेगी। आपको केवल कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा, ताकि आप किसी भी प्रकार की कोई भी गलती न करें। सबसे पहले आपको अपने काम को किसी भी कीमत पर प्रभावित नहीं होने देना है। प्रोफेशनलिज्म का महत्व समझने के साथ आपके लिए यह भी समझना जरूरी होगा कि काम आपके लिए सर्वप्रथम होना चाहिए। आपको अपनी दी हुई डेड लाइन को भी पूरी तरह से पूरा करना होगा। आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि कंपनी हर साल आपके काम का रिव्यू करेगी और इस दौरान कंपनी सबसे पहले आपके काम की परफॉर्मेंस को ही देखेगी। अगर आप अपने दिए काम को सही समय पर पूरा नहीं करते हैं, तो आप प्रोफेशनलिज्म के पहले पायदान पर पीछे हो जायेगी। साथ ही आपको अपने काम के दिन की शुरुआत नकारात्मक विचारों के साथ नहीं करना चाहिए। इससे एक तरफ आपकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है, वहीं दूसरी तरफ आप अपने काम को 100 प्रतिशत नहीं दे पाएंगे और नतीजा यह होगा कि इससे आपकी प्रोफेशनल इमेज पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
आपका बर्ताव और न हो कोई लापरवाही
प्रोफेशनलिज्म के महत्व में यह भी आता है कि आप अपने बर्ताव पर भी ध्यान दें। सबसे पहले आपको काम के बीच में अधिक छुट्टियां नहीं लेनी है। इससे आपके काम पर भी बुरा असर पड़ेगा और साथ ही दूसरों के सामने आपका प्रोफेशनल बर्ताव भी सही साबित नहीं होता है। दूसरी तरफ अगर आप सीनियर्स और कलीग्स से सही तरह से कम्युनिकेट नहीं करती हैं, तो इससे भी आपकी निगेटिव इमेज बन जाएगी, जो कि आपको एक प्रोफेशनल व्यक्ति नहीं बनाता है।
प्रायरोटीज (प्राथमिकता) का रखें ध्यान
साथ ही सबसे जरूरी आपके लिए यह भी है कि आप अपने प्रायरोटीज (प्राथमिकता) का भी ध्यान रखें। करियर का चुनाव हो या फिर प्रोफेशनलिज्म आपके लिए प्रायरोटीज (प्राथमिकता) का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। आपको ऐसे करियर का चुनाव करना है, जहां पर आप अपनी प्रायरोटीज (प्राथमिकता) को साथ लेकर चलें। प्रायरोटीज (प्राथमिकता) में कई बार परिवार की जिम्मेदारी के साथ आर्थिक दबाव भी होता है। ऐसे हालात में खुद पर आत्मविश्वास रखते हुए अपने करियर का रास्ता बढ़ाएं। हमेशा करियर चुनते वक्त और प्रोफेशनलिज्म की सीढ़ी चढ़ने के दौरान हमेशा से ही इस बात का ध्यान रखें कि आपके करियर पर किसी और चीज का प्रभाव न पड़े। हमेशा नेगेटिव लोगों से और नेगेटिव सोच से खुद को दूर रखें। निगेटिव सोच के माहौल में आप कभी भी एक सकारात्मक सोच के साथ जीवन में आगे नहीं बढ़ पायेंगी।