वित्तीय स्वतंत्रता यानी कि आजादी अपनी आर्थिक परेशानियों से। जी हां, अगर आप अपनी कमाई को सही तरीके से संभालने की प्लानिंग कर लेती हैं, तो इससे आप भविष्य में खुद को वित्तीय स्वतंत्रता की श्रेणी में लेकर आ सकती है। केवल आपको इसके लिए एक सही तरीके की योजना बनाने की आवश्यकता है। यह भी जान लें कि वित्तीय स्वतंत्रता के लिए किसी भी तरह का समझौता आपकी योजना का हिस्सा नहीं होना चाहिए, क्योंकि हम में से कोई भी यह नहीं चाहता है कि वित्तीय चिंता हमारी जिंदगी को प्रभावित करे। आइए जानते हैं विस्तार से।
समझिए वित्तीय स्वतंत्रता के बारे में
वित्तीय स्वतंत्रता को साफ शब्दों में कहा जाए, तो इसका मतलब यह होता है कि कैसे आप पैसे के लिए नहीं, बल्कि पैसा आपके लिए कार्य करें। वित्तीय स्वतंत्रता की सबसे बड़ी सीढ़ी बचत और निवेश है। साथ ही आप अपनी आय से कैसे कमाई करती हैं, यह भी वित्तीय स्वतंत्रता का एक अहम भाग है। इसका मतलब यह भी है कि आपके पास अपना जीवन यापन करने के लिए पर्याप्त पैसा होना चाहिए। एक मजबूत योजना के बलबूते ही आप वित्तीय स्वतंत्रता को पा सकती हैं, लेकिन इसके लिए जल्दबाजी नहीं ठहराव की जरूरत होती है। कई जानकारों का मानना है कि वित्तीय स्वतंत्रता व्यक्तिगत भी होनी चाहिए।एक मजबूत योजना के बलबूते ही आप वित्तीय स्वतंत्रता को पा सकती हैं।
तलाश करें वित्तीय स्वतंत्रता का आपके लिए महत्व
आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि वित्तीय स्वतंत्रता आपके जीवन में क्यों जरूरी है और इसका आपके जीवन में क्या महत्व है। अगर आप इसकी तलाश कर लेती हैं कि आपको वित्तीय आजादी की जरूरत क्यों है, तो इसके बाद आप वित्तीय स्वतंत्रता पाने की दिशा में आगे बढ़ने लगते हैं और आपके लिए वित्तीय स्वतंत्रता से जुड़ी हुई दुविधाएं भी साफ होने लगती हैं। अगर आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आपके लिए वित्तीय स्वतंत्रता जरूरी है या नहीं , या फिर आप कैसे इसकी योजना तय करेंगे, इन सारे सवालों के जवाब पाने के लिए आप किसी की सहायता ले सकती है, जिसके पास वित्तीय स्वतंत्रता को लेकर जानकारी हो और जो आपका मार्गदर्शन सही तरह से कर सकें।
वित्तीय स्वतंत्रता के लिए लक्ष्य निर्धारित करना जरूरी
जी हां, आपको अपने पैसे का इस्तेमाल कैसे करना है और इसे लेकर आपका लक्ष्य क्या होना चाहिए, इसे लेकर आपको पूरी प्लानिंग जरूरी करनी चाहिए, तभी आप आर्थिक मामले में खुद को सुरक्षित करते हुए खुद के लिए वित्तीय सुरक्षा ले पायेंगी। वित्तीय योजना का लक्ष्य बनाते हुए आप रिटायरमेंट के बाद भी आराम से अपने पैसे की सेविंग करते हुए आर्थिक स्वतंत्रता हासिल कर सकती हैं। आपके पास इसकी भी साफ तौर पर जानकारी होनी चाहिए कि रिटायरमेंट के बाद आपके लिए किस तरह का आरामदायक जीवन बनाना है। इसका भी लक्ष्य निर्धारित करें कि वहां तक पहुंचने के लिए आपको कितने धन की आवश्यकता होगी।
अपने लिए बजट तैयार करना
वित्तीय आजादी के साथ ही आपको अपने लिए एक सही तरीके से बजट बनाने की तैयारी करनी है। वित्तीय आजदी आपको एक तरह से यह भी मौका देती है कि आप कैसे खुद के आर्थिक विकास के लिए एक तरह से सही प्लानिंग कर सकती हैं। एक सही तरीके से वित्तीय योजना बनाना एक तरह से आपको भी अधिकार देता है कि आप कैसे हर दिन और अपना हर सप्ताह और इसी के साथ अपना एक माह यानी कि 30 दिन की योजना बना सकती हैं। अगर आप वर्तमान में आर्थिक योजना को तय करना का फैसला लेती हैं और उसी योजना के हिसाब से आगे बढ़ती है, तो भविष्य में आपको वित्तीय स्वतंत्रता की योजना बनाने में वक्त नहीं लगेगा और आप वक्त के साथ खुद को इसके लिए तैयार भी करती चली जायेंगी। हालांकि वित्तीय योजना बनाते समय सबसे बड़ी मुश्किल इस बात को लेकर आती है कि आप आर्थिक तौर पर कितने सुरक्षित और स्थिर हैं। कई बार ऐसे हालात भी होते हैं, जब आपकी वित्तीय स्थिरता को पटरी से उतार सकती है। कई सारे आपातकालीन हालात सामने उपस्थित हो जाते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य आपात स्थिति, अर्थव्यवस्था में व्यवधान और पूरी तरह से कोई बीमारी के दौरान की आपात स्थिति अचानक से आपके सेविंग्स को झटका दे सकती है, जो कि आपके लिए वित्तीय तौर पर बड़ा व्यवधान पैदा कर सकती हैं। जरूरत है कि आप इन सारी चीजों के लिए खुद को मजबूती से तैयार रखें।
पानी है वित्तीय आजादी, तो रखें खुद को कर्ज से दूर
जी हां, भविष्य में वित्तीय आजादी पाने के लिए आपको सबसे पहले खुद को कर्ज से दूर रखना होगा। अगर आप ऐसा कर पाती हैं, तो ही भविष्य में आगे बढ़कर आप खुद को वित्तीय आजादी के करीब लेकर आ पाती हैं। जानकारों का मानना है कि किसी भी व्यक्ति के लिए वित्तीय स्वतंत्रता की सबसे बड़ी परेशानी कर्ज से जुड़ी हुई होती है। अगर आप कर्ज में डूबी हुई हैं, तो वित्तीय स्वतंत्रता के बारे में सोचना आपके लिए किसी भी तरह का फायदा नहीं पहुंचा सकती है। आप इस बात को गांठ मार लें कि वित्तीय स्वतंत्रता के बिल्कुल विपरीत कर्ज में रहना होता है। आपकी कमाई कितनी भी क्यों न हो, लेकिन कर्ज को निपटाते हुए आप खुद के लिए और खुद के परिवार के लिए वित्तीय स्वतंत्रता का स्वाद नहीं चख पाती हैं। इसलिए कोशिश करें कि आपका जीवन आर्थिक पटरी से कभी-भी न उतरे। दूसरी तरफ से देखा जाए, तो कर्ज लेने का सबसे बड़ा रास्ता यह भी है कि आप किस तरह से अपने वर्तमान खर्चों को संभालती हैं। इसे सौ प्रतिशत सही माना गया है कि क्रेडिट कार्ड का उपयोग भी आपके वित्तीय स्वतंत्रता की आजादी को खत्म कर देगा। किसी भी तरह का कर्ज फिर चाहे वो बैंक का लोन हो या फिर किसी बाहरी व्यक्ति से लिया गया कर्ज क्यों न हो, यह आपके लिए पूरी तरह से कष्टदायक बन सकता है। कर्ज पर जीवन जीना और अपने भविष्य को सुरक्षित रखने की कोशिश और वित्तीय आजादी की योजना आपकी क्षमता को मुश्किल में डाल सकता है। साथ ही इस तरह का आर्थिक दबाव आपके वर्तमान को भी खतरे में डाल सकता है। इसलिए दीर्घकालीन वित्तीय स्थिरता के लिहाज से पूरी तरह कर्ज मुक्त होना अच्छा होता है।
निवेश की बनाएं योजना
वित्तीय आजादी पाने के लिए आपको अपने भविष्य को सुरक्षित करना होगा। इसके लिए सबसे जरूरी यह है कि आप कैसे अपने लिए निवेश का रास्ता खोजती हैं। यह भी जान लें कि महंगाई के इस बढ़ते हुए समय में आपके लिए निवेश करना आसान नहीं है। यह सही योजना नहीं है कि आप पैसा बचाते हुए अपना बैंक बैलेंस बढ़ाती जाएं, बल्कि आपको निवेश के लिए भी सोचना होगा। आप घर या फिर दुकान खरीदने की योजना बना सकती हैं।अगर आप अपना पैसा लगातार किसी तरह के सेविंग्स या फिर म्यूचुअल फंड में निवेश करती हैं, तो इससे आपको ब्याज का फायदा होता है। इस तरह से आप अपनी शुरुआत की निवेश राशि को बढ़ा सकती हैं। निवेश करना आर्थिक स्वतंत्रता के लिहाज से महत्वपूर्ण और ठोस कदम है।
कुल मिलाकर अगर आपको अपने निवेश और वित्तीय आजादी को लेकर किसी भी तरह की कोई समस्या आ रही है या फिर आप खुद के लिए कोई योजना नहीं बना पा रही हैं, तो इसके लिए आप किसी वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकती हैं। केवल ख्यालों के साथ बिना किसी जानकार के सलाह के आप वित्तीय स्वतंत्रता के लक्ष्य / निर्धारित नहीं कर पायेंगी और आपकी हर बार की योजना विफल हो सकती है। साथ ही जानकार की मदद से आप अपनी आर्थिक प्लानिंग के साथ निवेश कर सकती हैं। साथ ही आपको लंबे समय तक धन सुरक्षित रखने में भविष्य में मददगार साबित हो सकती है।