कई बार हमारे जेहन में यह बात आ ही जाती है कि जॉब छोड़ने के बाद हम क्या करेंगे, आखिर हमारा करियर कैसे रफ्तार पकड़ेगा, लेकिन हकीकत यह है कि स्टार्ट अप एक ऐसा तरीका है, जिसमें आप काफी कुछ हासिल कर सकती हैं और अपने करियर को नयी दिशा दे सकती हैं। आइए जानें विस्तार से।
आपको क्या बिजनेस करना है, सोचें

सबसे अच्छा विकल्प यह है कि अगर आपके पास आपका पिछला अनुभव है, तो उसका लाभ आपको मिलना ही चाहिए, जी हां, जब आप एक जॉब में होती हैं, तो वहां से काफी कुछ सीखती हैं और फिर उससे काफी कुछ हासिल करती हैं, इससे आपको अपने कौशल और रुचियों के बारे में जानकारी भी मिलती है और आप अपने आप को जान भी पाती हैं, तो उनके बारे में अच्छे से कहने के बाद आप इन स्किल्स को अपने नए उद्यम को शुरू करने में लागू कर सकती हैं। फिर बात आती है कि बाजार का रिसर्च किया जाए, यह एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसे पूरा करना जरूरी होता है और आपको इसके बारे में समझना आना चाहिए, क्योंकि कौन हैं जो आपसे चीजें खरीदेंगे या बेचेंगे, इसके अंतर के बारे में आपको जानना जरूरी है। साथ ही अपने लक्ष्य को भी आपको अच्छे से जानना जरूरी है और बाजार के अंतर को समझना भी, तभी आप अपने आगे के कदम उठा पाएंगी। अब बात आती है, एक व्यवसाय योजना बनाने की, तो अपने व्यावसायिक लक्ष्यों, रणनीतियों और वित्तीय अनुमानों को हमेशा रेखांकित करते हुए एक सही योजना का बनना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसे बनाने के बाद आपको आगे क्या करना है, इसकी रणनीति पूरी तरह से तैयार कर लेनी चाहिए।
नेटवर्क बढ़ाएं

अब बात आती है कि नेटवर्क बढ़ाया जाए, क्योंकि एक बात आपको याद रखनी ही होगी कि बिना नेटवर्क के कुछ भी नहीं होता है, किसी भी बिजनेस में उसका नेटवर्क होना ही सबसे बड़ी बात होती है, क्योंकि इससे आपके व्यवसाय को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। तो नेटवर्क बनाने का या बढ़ाने का तरीका क्या हो सकता है, यह बात अगर आप समझना चाहती हैं, तो जिस फील्ड में आप नेटवर्क बढ़ाना चाहती हैं, उस फील्ड में आपको सलाहकार को ढूंढ कर रखना ही चाहिए, वह आपकी मदद करेंगे, वह आपको अच्छी जानकारी और अपने अनुभव के अनुसार मार्गदर्शन भी करेंगे, ताकि आप क्या कर रही हैं, क्या नहीं कर रही हैं, कहां चीजें सही हो रही हैं, कहां नहीं हो रही हैं, इसकी पूरी जानकारी उन्हें हो। इसलिए नेटवर्क बढ़ाने पर भी पूरा जोर रखें। यह आपके लिए जरूरी होगा। इसके अलावा, दूसरों के साथ जो इस फील्ड में रहे हैं, आपके सहकर्मी रह चुके हैं, उनसे भी हमेशा नेटवर्क बना कर रखें। फिर उद्योग से जुड़े जितने भी तरह के कांफ्रेस या वर्कशॉप या दूसरे कोई भी कार्यक्रम हों, आपको उन सारे कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहिए। यह भी एक बेहद जरूरी काम है। इस बात पर फोकस करें कि ऑनलाइन समुदायों में आपके साथ या आपके नेटवर्क बनाने की कला में शामिल हों और विचारों और समर्थन को साझा करने के लिए अन्य महिला उद्यमियों से जुड़ें। साथ ही साथ वित्तीय और कानूनी सलाह भी लेती रहें। खासतौर से ऐसे पेशेवरों से सलाह लेनी आपको चाहिए, जो आपको व्यवसाय शुरू करने के वित्तीय और कानूनी पहलुओं के बारे में मार्गदर्शन कर सकें, क्योंकि कई ऐसे दांव-पेंच होते हैं, जिनके बारे में शायद हम खुद नहीं जानते हैं, तो उनके बारे में आपको जानकारी होनी ही चाहिए।
प्रबंधन

अब बात आती है कि बजट बनाया जाए, यह जानने की कोशिश की जाए कि किस तरह से आपको आपने फाइनेंस या बाकी चीजों का प्रबंधन करना है और फिर उस अनुसार आपको बजट बनाने की जरूरत होती है, इसके लिए भी आपको कुछ लोगों से जरूरी सलाह लेनी चाहिए, ताकि फिर आपको किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत न हो, याद रखें प्रबंधन होगा और योजना होगी तो आपको पता होगा कि कहां कितना खर्च करना है और किस तरह से अपना बजट तैयार करना है। तो सबसे पहले बात आती है कि आपको बजट बना लेना है, फिर बजट ऐसा बनाना है, जो प्रैक्टिकल हो, थियोरी वाला नहीं, इसमें मुख्य रूप से स्टार्टअप की लागत और जो लगातार खर्चे हो रहे हैं, उन्हें रेखांकित कर लेना है। अब बारी आती है कि आपको किसी फंडिंग की तलाश करनी है, इसका मतलब यह है कि आपको ऐसे विकल्पों की तलाश करना है, जिसमें आपको अपने व्यवसाय को फाइनेंस करने के लिए और उसे बढ़ावा देने के लिए चीजें मिलें, इसमें आपको लोन, निवेशक कोई अपनी बचत या फिर अनुदान करने वाले को तलाशना होगा, किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए यह सबसे बड़ी प्रक्रिया है, जिसे कभी भी आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अब बात आती है कैश फ्लो की, जिसका भी ध्यान रखना आपके लिए बहुत ही जरूरी होता है, आपको इस बात को बहुत ही गंभीरता से लेना है कि कैश फ्लो की स्थिति क्या है और फिर उसके अनुसार सारे काम कर लेने हैं, इस बात पर खासतौर से गौर करें कि आपके पास अपने खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पूंजी है या नहीं है। आपको अपने व्यवसाय के लिए एक सही रणनीति को बना कर रखना जरूरी है, इसमें आपको मार्केट स्ट्रेटजी को समझ लेना है और फिर अपने जो भी लक्ष्य हैं या टारगेट ऑडियंस हैं, उनका ध्यान रखना है और फिर अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीति विकसित कर लेना है, जो कि बेहद जरूरी है। इसके लिए आपको एक अच्छी योजना बनानी जरूरी है। अब बात आती है कि आपको अपनी उपस्थिति को ऑनलाइन में बना कर रखना है, क्योंकि आज एक बड़ा मार्केट इसका हो चुका है और एक वेबसाइट और सोशल मीडिया उपस्थिति को विकसित करना डिमांड है, सो अपनी उपस्थिति को वहां आपको हर बार साबित करते रहना है। फिर बात आती है कि हर तरीके अपना कर आपको अपने ग्राहकों को पहचानना है और फिर उनके साथ नेटवर्क बनाने की कोशिश करनी है, अपने प्रोडक्ट के बारे में जब आप सामने वाले को सुनेंगे और प्रतिक्रिया मांगेंगे, आपका संबंध और अच्छा हो जायेगा।
एक्शन लें और दृढ़ रहें

अब जब आपने पूरी तैयारी कर ली है, तो बारी आती है कि इस पर काम किया जाये और शुरुआत की जाये, तो इसके लिए आपको अपनी शुरुआत छोटी ही सही करनी होगी, चूंकि बात जब छोटे पैमाने पर संचालन की आती है, तो इससे शुरुआत करने में आसानी होती है और फिर धीरे-धीरे अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। एक बात का आपको और ख्याल रखना है कि अपनी व्यावसायिक योजना और रणनीतियों को आवश्यकतानुसार बदलने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा, जोखिमों को उठाने के लिए भी हमेशा तैयार रहना होगा, साथ ही आपकी कड़ी मेहनत और जज्बे से ही आपको आगे बढ़ना होगा, इन बातों को आपको जेहन में याद रखना ही होगा।