नौकरी के साथ जवाबदेही साथ आती है, इसके साथ कई बार देर तक काम करने से मानसिक और शारीरिक आराम नहीं मिलता है। इसका असर सीधा आपकी सेहत पर पड़ता है। कई तरह की शारीरिक बीमारी के साथ तनाव जैसी मानसिक बीमारी से भी आप घिर जाते हैं। ऐसे में सबसे जरूरी है कि आप इस बात का ध्यान रखें कि कैसे नौकरी के साथ आपको अपनी मानिसक सेहत का भी ध्यान रखना है, क्योंकि प्रोफेशनल जिंदगी के साथ आपको अपनी निजी जिंदगी पर भी अच्छी तरह से फोकस करना है। अगर आप अपनी निजी जिंदगी को तनाव के हवाले कर देती हैं, तो इससे आप खुद की जीवनशैली को गलत दिशा में आगे बढ़ायेंगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
सबसे पहले जानें क्या होता है तनाव
आपके लिए यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है कि तनाव क्या होता है और आप इसे कैसे पहचान सकती हैं कि आप तनाव में हैं और यह तनाव आपको अंदरूनी तौर पर खोखला कर देता है। इसलिए जरूरी है कि आप इस बात को समझें कि तनाव के ऐसे कौन से लक्षण है, जिसे आपको वक्त रहते हुए पहचान लेना जरूरी है। तनाव के लक्षण के बारे में बात की जाए, तो इसमें सर में दर्द रहना, उदास रहना, किसी काम में मन न लगना, अधिक या कम सोना, अधिक या कम खाना, अपने को दूसरों से कम आंकना, अपने ऊपर विश्वास न होना, खुशी वाली बात में भी गुस्सा होना और इसके साथ लोगों से कम बातचीत में तनाव का लक्षण हो सकती हैं। ऐसे में आपको यह खुद की पड़ताल करके यह जानना जरूरी है कि तनाव के लक्षण का शिकार कहीं आप भी तो नहीं हैं।
तनाव हमारे काम का हिस्सा
जी हां, हम इसे स्वीकार करते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ सकते हैं कि तनाव हमारे काम का अहम हिस्सा है, लेकिन इसे स्वीकार करना है, बल्कि इस तनाव को अपनाते हुए और इसे अपने साथ लेकर चलना हमारी जीवनशैली को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने आस-पास के वातावरण में खुलकर बात करें। जानकारों का मानना है कि तनाव के कारण नकारात्मकता का माहौल हमारे आस-पास बना रहता है, जिसकी वजह से कई तरह की बीमारी जैसे- नींद की समस्या, चिंता और उच्च रक्तचाप जैसी कई गंभीर बीमारी के संपर्क में आ सकती हैं, जो कि आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।
सोशल नेटवर्क को करें मजबूत
आपको अगर खुद को तनाव से दूर रखना है, तो ऐसे में आपको खुद का सोशल नेटवर्क मजबूत भी रखना चाहिए। इसके जरिए आपको अधिक से अधिक लोगों से बात करने का अवसर मिलता है। आप अपने दफ्तर से अवकाश मिलने पर अपने स्कूल या फिर कॉलेज के दोस्तों के साथ समय बिताएं या फिर सप्ताह में एक दिन ऐसा काम जरूर करें, जिससे आपका तनाव कम हो। आप अपना तनाव कम करने के लिए अपने पुराने दोस्तों, परिवार के लोगों के साथ आप अपने पार्टनर के साथ भी काम के ब्रेक के बीच में बात कर सकती हैं। इससे आपको अपने दफ्तर के तनाव से दूर होने का समय मिलेगा। इसके साथ आप किसी ग्रुप में शामिल हैं, तो आप उसमें भी हमेशा एक्टिव रह सकती हैं। इससे यह होगा कि जरूरत के समय में लोग आपका साथ दें और आपकी परेशानियों को सुन सकें और आपको जरूर सलाह भी दें। आप अपने जीवन में ऐसे लोगों को जरूर शामिल करें, जो कि आपकी परेशानी को सुन सकें और आपके तनाव को कम करने का काम आपका यह दोस्त करें।
तनाव कम करने के लिए अपनाएं यह उपाय
अपने नौकरी से जुड़े तनाव को कम करने के लिए आपको अपने शारीरिक और मानसिक सेहत का पूरा ध्यान रखने की जरूरत है। आपको इस पर पूरा फोकस करना है कि कैसे आप पूरे दिन में भले ही 10 मिनट के लिए सही, लेकिन अपनी मानसिक और शारीरिक सेहत को ठीक रखने का कार्य सफलता पूर्वक कर पाएं। इसके लिए आप अपनी पूरी दिनचर्या में ध्यान, योग, प्रोग्रेसिव मसल्स रिलैक्सेशन और इसके साथ और भी कई तरह की एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकती हैं। इसके साथ अगर आपके पास वक्त बचता है, तो आप अपने दफ्तर में लंच या फिर चाय ब्रेक के दौरान भी 10 या 5 मिनट की वॉक जरूर करें, इससे आपको खासतौर पर दफ्तर के तनाव से राहत मिलेगी।
जब भी वक्त मिलें और नया सीखें
कई लोग ऐसे होते हैं, जो कि समय मिलने पर किसी न किसी तनाव की सोच में अपना पूरा समय बिता देते हैं। इससे यह होता है कि आप अपने छुट्टी के दिन को भी तनाव में शामिल कर देती हैं। इससे अच्छा यह होगा कि जब भी आपको समय मिलें, तो कुछ नया करने और नया सीखने की कोशिश करें, इससे आपकी दिमागी सेहत को काफी लाभ मिलेगा और आप खुद को तनाव से दूर रख पायेंगी। कई बार समय मिलने पर हम हाथ में फोन थाम लेते हैं, इससे हमारा तनाव और अधिक बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि जब भी आपको समय मिलता है, तो आप कुछ नया सीखें और अपनी स्किल्स पर काम करें, क्योंकि जब भी आप अपनी स्किल्स पर काम करेंगी, तो इससे आप खुद एक्टिव होने के साथ अपने मन को शांत कर पाते हैं और आप यह पाएंगी कि आपका तनाव कम होता है।
अपने खान-पान से भी आप अपने तनाव को कर सकती हैं कम
आप अपने खान-पान के आधार पर भी अपने तनाव को कम कर सकती हैं। जी हां, कई लोग ऐसे होते हैं, जो कि अपने खान-पान में भी पौष्टिक चीजों को शामिल नहीं करते हैं, इसका असर उनकी सेहत पर होता है। जानकारों का कहना है कि आपके खान-पान का गहरा रिश्ता मस्तिष्क से होता है। आप अगर जंक फूड खाती हैं, तला हुआ खाना खाती हैं, तो इसका असर आपकी डायट पर पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने डायट में हरी सब्जियां और फलों को जरूर शामिल करें। इससे आपको जरूर लाभ होगा। आप खुद को शारीरिक और मानसिक तौर पर अच्छी तरह से स्वस्थ रख सकती हैं।
तनाव में मांगें मदद
कई लोग ऐसे होते हैं कि अगर उन्हें काम को लेकर किसी तरह का दबाव महसूस होता है, तो वह अक्सर किसी दूसरे से मदद मांगने में झिझक महसूस होती है, तो इससे बचें। हमेशा इस नियम को बनाकर चले कि किसी से मदद मांगने से आप छोटे नहीं होंगे, खासकर तब यह जरूरी होता है, जब आप किसी तरह के तनाव से गुजर रही हैं। आपको यह समझने की जरूरत है कि यदि आप किसी परेशानी मं हैं, तो आपको अपने दोस्तों, पार्टनर और परिवार के लोगों के साथ बातचीत जरूर करनी चाहिए। इससे आपको अपनी परेशानी में बेहतर रास्ता निकालने का अवसर मिलता है। अगर आप इन सभी टिप्स को अपनाते हैं और अपने जीवन में उतारते हैं, तो इससे आपको नौकरी के तनाव से बाहर निकलने में सहायता मिलती है।