एक अच्छा मैनेजर बनने के लिए सबसे जरूरी होता है, एक अच्छा लीडर बनना। एक ऐसा लीडर जिसे हुकूमत करने से अधिक अपने साथ के लोगों को सुनने और समझने की कला आती हो। कोई भी लीडर बतौर मैनेजर तभी सफल हो सकता है, जब उसके सहकर्मी और कर्मचारी उसके साथ रहकर संतुष्ट महसूस करें और साथ ही अपना भविष्य आगे बढ़ता हुआ देख सकें। इसमें कोई दो राय नहीं है कि किसी भी संस्थान में मैनेजर की भूमिका प्रमुख होती है। आइए जानते हैं विस्तार से।
अपने कर्मचारी की क्षमताओं को पहचानें
एक अच्छे मैनेजर को सबसे अधिक जरूरत है कि उसे अपने कर्मचारी की क्षमताओं की पहचान होनी चाहिए। जी हां, अगर आप अपने कर्मचारी की क्षमताओं को नहीं समझेंगे, तो आप उनके साथ अपना प्रोफेशनल रिश्ता नहीं बना पायेंगे। किसी भी अच्छे मैनेजर के लिए यह भी जरूरी है कि उसे अपने कर्मचारी की क्षमताओं की तारीफ भी करनी चाहिए साथ ही उसे हौसला देना चाहिए। इससे कर्मचारी और मैनेजर के बीच का रिश्ता भी मजबूत बनता है। एक लीडर के तौर पर आप तभी सफल हो सकती हैं, जब आपके कर्मचारी आपके साथ में सहूलियत और उत्साह को महसूस करें। साथ ही आप अपने कर्मचारी से भी काम से जुड़ा हुआ फीडबैक लेते रहें। इससे आप उन्हें अहमियत देते हैं, जो कि मैनेजर और कर्मचारी के रिश्ते को मजबूत बनाता है।
संचार कौशल को करें मजबूत
एक अच्छा मैनेजर बनने के लिए आपको अपने संचार यानी कि कम्युनिकेशन स्किल्स को प्रभावी बनाने की जरूरत है। जब भी आप अपने कर्मचारियों को मैसेज करते हैं या फिर ईमेल करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप जानते हैं कि आप क्या कहना चाहते हैं। आप के कहने के तरीके में कड़े शब्दों का प्रयोग न करें। साथ ही आप प्रतिक्रिया भी मांगे। जब भी आप कोई बात उनके समक्ष रखती हैं, तो फीडबैक जरूर मांगे। इससे आपको समझ आएगा कि सामने वाले व्यक्ति को आपकी बात समझ आयी है या नहीं। गुस्से में बातचीत करने से बचें। अगर किसी वजह से आपको गुस्सा आ भी रहा है, तो कुछ देर के लिए अकेले बैठकर यह सोचें कि आपको क्या कहना है और किस तरह से कहना है। अपने शब्दों के चयन पर भी ध्यान दें। अगर आप निराशाजनक स्थिति से जूझ रही हैं, तो अपनी टीम के साथ बातचीत करने के लिए शांत होने तक की प्रतीक्षा करें।
आत्मविश्वास के साथ नेतृत्व करें
आत्मविश्वास होना एक प्रभावी लीडर के स्वभाव का प्रमुख हिस्सा है। यह एक तरह से नेतृत्व कौशल है, जिसे आप समय के साथ विकसित कर सकती हैं। आपको एक मैनेजर के तौर पर अपना आत्मविश्वास बढ़ाने की जरूरत है। आपको अपने काम की पूरी जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि जब आपको लगेगा कि आप अपना काम करने में सक्षम हैं, तो आप उसे करने में आत्मविश्वास अधिक महसूस करेंगे। आप अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए किताबें भी पढ़ सकती हैं। ऐसा काम करने में समय व्यतीत करें, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़े। आत्मविश्वास बढ़ने के साथ आप में सकारात्मक ऊर्जा का संचार अच्छे तरीके से होता है।
अपनी टीम की बेहतर देखभाल करें
एक मैनेजर के तौर पर आपको अपनी टीम की बेहतर देखभाल भी करना है। आपको अपने कर्मचारियों की समस्या को समझने में भी वक्त व्यतीत करना चाहिए। जाहिर-सी बात है कि जितना आप अपनी टीम को जानते हैं, आप उतना ही उनके बारे में अच्छी तरह सोच सकते हैं।
सकारात्मक वातावरण
इससे आप अपने कर्मचारी के निजी और प्रोफेशनल ग्रोथ में सहायक बनते हैं और दफ्तर में सकारात्मक वातावरण का संचार भी होता है। आप अपने कर्मचारियों की उपलब्धियों को भी पहचानें। जब भी मौका मिलें, तो अपने कर्मचारी के अच्छे काम और मेहनत के लिए उनकी तारीफ भी करें। साथ ही यह सुनिश्चित भी करें कि उन्हें वह पहचान मिल रही हैं या नहीं, जिसके वह हकदार हैं।
असली जुड़ाव होना जरूरी
एक मैनेजर के तौर पर आपको अपने कर्मचारियों के साथ नकली नहीं ,बल्कि असली कनेक्शन और जुड़ाव बनाना है। आप अपने निजी जीवन की खुशियों पर चर्चा कर सकती हैं साथ ही आप किसी किताब पर या फिर अपने किसी शौक पर बात कर सकती हैं। यदि आपको किताबों का शौक हैं, तो अपने कर्मचारियों के साथ अपनी कुछ पसंदीदा किताबों पर भी चर्चा करें। अपने व्यक्तित्व और अपनी रुचियों को अपनी टीम के साथ साझा करते हुए एक कर्मचारी और एक मैनेजर के रिश्ते में मजबूती ला सकती हैं।