इन दिनों, न सिर्फ लाइफस्टाइल का हिस्सा बल्कि करियर के लिहाज से भी सस्टैंबिलिटी एक खास विकल्प बन चुका है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिनमें कई लड़कियां भी पैशिनेट होकर इसे चुन रही हैं या चुन सकती हैं। यहां हम आपको ऐसे पांच करियर ऑप्शन के बारे में बताने जा रहे हैं। इस करियर ऑप्शन में इनोवेटिव तरीके से पृथ्वी को प्रदूषण से बचाने और इको लॉजिकल बैलेंस मेंटेन करने के उपाय ढूंढे जाते हैं या ईजाद किए जाते हैं। साथ ही इन करियर विकल्पों में सैलेरी भी अनुभव के आधार पर बढ़ती ही जाती है।
वैसे यह जानना भी जरूरी है कि इस क्षेत्र में आने के लिए, आपका ग्रेजुएट होना बेहद जरूरी है।
लैंडस्केप आर्किटेक्ट
लैंडस्केप आर्किटेक्ट एक ऐसा करियर विकल्प है, जिसमें आर्किटेक्ट किसी निर्धारित क्षेत्र का जियोग्राफिकल सर्वे करते हैं। इसके बाद वह एक स्ट्रेटजी बनाते हैं, जिससे मानव निर्मित चीजें और प्राकृतिक चीजों के भी सामंजस्य बनाया जा सके। ये आर्किटेक्ट गांव और शहर दोनों जगहों पर काम करते हैं। ये वाइल्ड लाइफ हैबिटेट्स बनाने में भी मदद करते हैं। साथ ही सस्टेनबल इंफ्रास्ट्रचर सिस्टम्स को भी विकसित करने में मदद करता है। लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स डिजाइन, क्रिएटिव प्रॉब्लम सॉल्विंग, टेक्निकल स्किल्स और ज्ञान को भी बढ़ावा देता है और इन सभी की कोशिश होती है कि वह ऐसे आर्किटेचरल मेथड्स को प्रोटेक्ट करते हैं, जो नेचुरल पर्यावरण को संरक्षित करे।
एनवायरमेंटल जियोलॉजिस्ट
इस जॉब में एक महत्वपूर्ण काम होता है सस्टेंबिलिटी से संबंधित इंशियेटिव को लेना और ऐसे विकल्प की तलाश करना, जो कि वैकल्पिक स्रोत बने। एन्वायरमेंटल जियोलॉजिस्ट प्लैनेट के इतिहास का अध्ययन करते हैं। एन्वायरमेंटल जियोलॉजिस्ट का महत्वपूर्ण काम होता है कि वे गैस और माइनिंग कंपनीज से एनर्जी रिसोर्स की खपत और अधिग्रहण को लेकर अपनी बात रखते हैं। एंवायरमेंटल जियोलॉजिस्ट ज्यादातर ऑयल और गैस इंडस्ट्री में काम करते हैं। साथ ही कई इंजीनियरिंग फर्म्स में भी काम करते हैं।
इकोलॉजिस्ट
इकोलॉजिस्ट का भी यही काम होता है कि वह ह्यूमन एक्शन इन्फ़्लुएंस के बारे में अध्ययन करे। एक इकोलॉजिस्ट एन्वायरमेंटल ऑर्गनाइजेशन के लिए रिसर्च भी करवाते हैं और साथ ही इंसानों की वजह से जो पर्यावरण को परेशानी आती है, उनके लिए भी समाधान ढूंढने का काम करते हैं। इकोलॉजिस्ट रिसर्च टीम का हिस्सा भी बनते हैं, जो कंस्ट्रक्शन, रिस्टोरेशन और बाकी इको सिस्टम्स से जुड़ीं चीजों का हिस्सा बनते हैं।
एन्वायरमेंटल कंसल्टेंट
एन्वायरमेंटल कंसल्टेंट का मुख्य काम प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर्स के क्लाइंट्स के साथ कांट्रैक्ट करवाना होता है, जैसे कि एन्वायरमेंटल एजेंसीज, वॉटर ट्रीटमेंट सुविधाएं और बाकी दूसरे ऑगर्नाइजेशन के साथ भी डील करवाना होता है। ये ऐसे मुद्दों पर भी बात करते हैं, जिसमें ऐसे प्रोडक्ट्स की मेकिंग पर भी बात हो, जो पर्यावरण को ध्यान में रख कर बनाई जाए। यह प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर्स सभी जगह पर क्लाइंट बनाते हैं। साथ ही इनका काम होता है कि वह प्लानिंग और स्ट्रेटजी बनाएं, ताकि जल प्रदूषण, प्रदूषण व हवा की गुणवत्ता की जाँच करें।
अर्बन प्लानर
अर्बन प्लानर का मुख्य काम कंपनियों को जमीन के इस्तेमाल की प्लानिंग करना सिखाना है। जैसे कई कम्युनिटीज, रोड सिस्टम्स, पार्क्स और शहर के बाकी इलाकों में किस तरह से काम हो सकता है और किस तरह से इसके लिए अर्बन प्लानर डिजाइन बन सकते हैं, यह काम प्लानर करते हैं। यह आस-पास के इलाकों में बढ़ रही जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए, पर्यावरण को किस तरह से नुकसान न पहुंचे, उसके लिए पार्क, बिल्डिंग्स, ट्रांसपोर्ट सिस्टम्स और इंफ्रास्ट्रचर को खड़े करने की कोशिश करते हैं।