अक्सर ऐसा होता है कि 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं के लिए कई सारे करियर विकल्प मौजूद हैं। महिलाओं के लिए यह जरूरी है कि वह अपना करियर विकल्प चुनते वक्त हमेशा अपनी दिलचस्पी, अनुभवों और जीवन के उद्देश्यों को ध्यान में रखना चाहिए। देखा जाए, तो ऐसे कई सारे करियर के पर्याय मौजूद हैं, जो कि महिलाओं को उनके कौशल और शौक को करियर बनाने का मौका देता है साथ ही महिलाएं इस उम्र में आकर अपनी निजी और प्रोफेशनल जीवन को संतुलित करने में सफल रही हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
महिलाओं के लिए फ्रीलांसिंग में करियर

महिलाओं के लिए फ्रीलांसिंग करियर एक अच्छा पर्याय माना गया है। यहां पर महिलाओं के लिए समय के लिए कोई पाबंदी नहीं होती है। फ्रीलांसिंग में काम करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि महिलाएं अपने समय का प्रबंधन खुद कर सकती हैं।फ्रीलांसिंग में कई तरह के काम होते हैं, जैसे कि लेखन, वेब डिजाइनिंग, ग्राफिक डिजाइन, सोशल मीडिया मार्केटिंग, अनुवाद, कंटेंट क्रिएशन, और बहुत कुछ। इससे महिलाएं अपनी रुचियों के अनुसार काम चुन सकती हैं।फ्रीलांसिंग के माध्यम से महिलाएं अपनी आय का स्तर बढ़ा सकती हैं और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकती हैं। यह उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए अधिक अवसर प्रदान करता है।आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे Upwork, Fiverr, Freelancer, आदि महिलाओं के लिए फ्रीलांसिंग के अवसर प्रदान करते हैं। ये प्लेटफॉर्म्स एक सुरक्षित और विश्वसनीय तरीका प्रदान करते हैं जिससे महिलाएं अपने कौशल के अनुसार काम प्राप्त कर सकती हैं। दूसरी तरफ फ्रीलांसिंग में सामान्य करियर के बारे में बात की जाए, तो लेखन और संपादन, ग्राफिक डिजाइनिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग , वेब विकास , वीडियो एडिटिंग और एनिमेशन और वर्चुअल असिस्टेंट आदिज
महिलाओं के लिए पर्सनल कोचिंग और कंसल्टेंसी में करियर

इस कोर्स के जरिए महिलाएं अपने निजी और प्रोफेशनल जिंदगी में एक बैलेंस बनाकर चल सकती हैं। इसमें महिलाएं निजी कोचिंग का कार्य कर सकती हैं। इसके साथ आप कंसल्टेंसी का काम भी कर सकती हैं। हालांकि इसके लिए पहले महिलाओं के पास कोचिंग का सर्टिफिकेशन भी होना चाहिए। आप अपने पसंद के किसी भी विषय में कोचिंग का सर्टिफिकेशन ले सकती हैं। इसके अलावा अगर आप कंसल्टेंसी में काम करना चाहती हैं, तो आपको किसी खास क्षेत्र में खास जानकारी होनी चाहिए। यहां तक कि डिजिटल के युग में आर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए या फिर किसी कोचिंग ऐप का इस्तेमाल करके भी महिलाएं अपनी सेवाएं दे सकती हैं। इसके लिए आपको एक वेबसाइट या ब्लॉग बनानी होगी, ताकि आपकी सेवाओं को सही तरीके से प्रचारित किया जा सके। यहां तक कि महिलाएं अपने अनुभव के आधार पर निजी कोचिंग और कंसल्टेंसी के लिए उचित मूल्य तय करना भी जरूरी है। आप इसके लिए विभिन्न प्रकार के पैकेज बना सकती हैं। आप ग्रुप कोचिंग प्रोग्राम, कोर्स और वेबिनार के साथ ऑनलाइन कोर्स और मासिक पैकेज भी बना सकती हैं।
एंटरप्रेन्योरशिप में महिलाओं के लिए करियर

महिलाओं के लिए एंटरप्रेन्योरशिप में एक बढ़िया करियर का पर्याय है। आजकल महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में अपनी कंपनियां स्थापित कर रही हैं और समाज में बदलाव भी ला रही हैं। इस क्षेत्र में महिलाओं के लिए कई करियर के पर्याय मौजूद हैं। फैशन और कपड़े के क्षेत्र में महिलाएं फैशन डिजाइनिंग, बुटीक, आर्ट से जुड़ सकती हैं। डिजिटल मार्केटिंग और यूट्यूब चैनल के जरिए भी खुद के सपनों को उड़ान दे सकती हैं। फूड और कैटरिंग में भी महिलाओं के लिए व्यवसाय काफी अच्छा है। जैसे कि कैटरिंग सेवाएं, बेकरी, रेस्तरां में अपना करियर बना सकती हैं। योग, फिटनेस ट्रेनिंग, मानसिक स्वास्थ्य कोचिंग, आहार सलाहकार जैसे क्षेत्रों में महिलाओं के लिए भी कई तरह के अवसर मौजूद हैं। महिलाओं के लिए ऐप डेवलपमेंट, वेबसाइट डिजाइनिंग में भी करियर के अवसर दे सकती हैं।
डिजिटल मार्केटिंग में 35 की उम्र के बाद महिलाओं के लिए करियर

डिजिटल मार्केटिंग में भी 35 की उम्र के बाद महिलाएं अपने करियर को उड़ान दे सकती हैं। डिजिटल मार्केटिंग में कई ऑनलाइन कोर्स और सर्टिफिकेशन उपलब्ध हैं। आप Google, HubSpot, और Facebook जैसी कंपनियों से सर्टिफिकेट कोर्स कर सकती हैं, जो इस क्षेत्र में काम करने के लिए आवश्यक तकनीकी ज्ञान प्रदान करेंगे। एसईओ स्पेशलिस्ट के तौर पर भी महिलाएं अपने करियर को उड़ान दे सकती हैं। कंटेंट मार्केटिंग के तहत ब्लॉग लेखना, इन्फोग्राफिक्स, वीडियो, और सोशल मीडिया पोस्ट बनाना आता है। यदि आपके पास अच्छे लिखने और विचार प्रस्तुत करने के कौशल हैं, तो यह क्षेत्र आपके लिए आदर्श हो सकता है। इसके साथ सोशल मीडिया रणनीतियां बनाना, अभियानों की निगरानी करना, और दर्शकों के साथ इंटरैक्ट करना शामिल है। यह विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए आदर्श है जिनके पास सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अच्छा ज्ञान और रुचि है। डिजिटल मार्केटिंग को लेकर एक अच्छी बात यह भी है कि 35 की उम्र के बाद महिलाओं को घर से काम करने का लचीलापन मिलता है।। यह एक बेहतरीन करियर का पर्याय है, इसके पीछे की खास वजह यह है कि इसमें काम करने का समय और स्थान आपके नियंत्रण में होता है। साथ ही इस क्षेत्र में फ्रीलांसिंग के कई सारे अवसर मिलते हैं। आप अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकती हैं। जानकारों का मानना है कि 35 साल में यह करियर का एक अच्छा लचीला विकल्प भी साबित हो सकता है।
ट्यूटरिंग और एजुकेशन में महिलाओं के लिए करियर

महिलाओं के लिए ट्यूटरिंग और शिक्षा में करियर की कई सारी संभावनाएं मौजूद हैं। आप घर से काम करते हुए ऑनलाइन ट्यूटरिंग शुरू कर सकती हैं। इस क्षेत्र में भी कई सारे प्लेटफॅार्म मौजूद हैं। आप स्कूल के बच्चों से लेकर अपने अनुभव के अनुसार कॅालेज के छात्रों तक को विभिन्न विषयों में शिक्षा दे सकती हैं। खासतौर पर आप किसी खास विषय में माहिर हैं, तो उसमें आप ट्यूशन ले सकती हैं। आप किसी एजुकेशन कंसल्टेंसी से भी जुड़ सकती हैं। आप किसी क्लासेस में शिक्षक के पद पर कार्यरत हो सकती हैं। हालांकि इसके लिए आपके पास जरूरी डिग्री होनी चाहिए। आप स्पेशल बच्चों को स्पेशल एजुकेशन दे सकती हैं। अगर आपके पास शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट ज्ञान और अनुभव है, तो आप अपने खुद के ऑनलाइन कोर्स बना सकती हैं। आप पर्सनल डेवलपमेंट,डिजिटल मार्केटिंग,भाषा सीखना योग आदि पर कोर्स डिजाइन कर सकती हैं। अगर आपके पास अच्छा लेखन कौशल है, तो आप शैक्षिक सामग्री, पाठ्यक्रम और नोट्स बनाने का काम भी कर सकती हैं। आप लाइफ कोचिंग और करियर कोचिंग के क्षेत्र में काम कर सकती हैं। ट्यूटरिंग और एजुकेशन के जरिए आप सकारात्मक बदलाव भी ला सकती हैं।
स्वास्थ्य और फिटनेस में महिलाओं के लिए करियर
इस क्षेत्र में महिलाओं के लिए कई तरह के करियर के पर्याय मौजूद हैं। फिटनेस ट्रेनर के तौर पर महिलाएं विभिन्न तरह के व्यायाम, योग और कार्डियो की ट्रेनिंग दे सकती हैं। साथ ही जिम में फिटनेस ट्रेनर के तौर पर भी आप निजी ट्रेनिंग दे सकती हैं। योगा टीचर के तौर पर भी आप 35 की उम्र के बाद कार्य कर सकती हैं।महिला पोषण विशेषज्ञ का काम सही आहार की योजना बनाना और व्यक्तिगत स्वास्थ्य लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आहार संबंधित सलाह देना होता है। आप व्यक्तिगत फिटनेस कोच के तौर पर भी कार्य कर सकती हैं। महिलाएं खेलों के विभिन्न प्रकारों जैसे क्रिकेट, बैडमिंटन, फुटबॉल आदि के लिए कोच बन सकती हैं।महिलाएं अपने फिटनेस, पोषण, और स्वास्थ्य से संबंधित ज्ञान को ब्लॉग या वीडियो के रूप में साझा कर सकती हैं। इसके जरिए महिलाएं फिटनेस ब्लॉगर बनकर अपना करियर बना सकती हैं। महिलाओं के लिए एरोबिक्स या डांस प्रशिक्षक का करियर भी एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, जिसमें फिटनेस को मजेदार तरीके से सिखाया जाता है।स्वास्थ्य और फिटनेस के क्षेत्र में महिलाएं विभिन्न प्रकार के करियर विकल्पों को चुन सकती हैं, जो न केवल शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण होते हैं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में भी मदद करते हैं।