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कंप्यूटर साइंस में करियर बनाने से पहले जानें इसकी सारी ‘ए बी सी डी’

टीम Her Circle |  नवंबर 21, 2023

कंप्यूटर साइंस एक सदाबहार करियर पर्याय है। सदाबहार का मतलब यह है कि इस क्षेत्र में करियर का चुनाव करना हमेशा ही आपको एक अच्छे सैलरी पैकेज की तरफ लेकर जाता है। तकनीकी के क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है, ऐसे में कंप्यूटर साइंस हमेशा से भी निरंतर गतिशील रहने वाला करियर है। आप यह भी समझ सकती हैं कि कंप्यूटर साइंस हमेशा से ही एक आकर्षक करियर का पर्याय रहा है, जो कि कंप्यूटर में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए बेहतर भविष्य की सीढ़ी बनकर आता है। आइए जानते हैं विस्तार से।

कंप्यूटर साइंस से जुड़े कोर्स की जानकारी

कंप्यूटर साइंस में आप 12 वीं के बाद डिप्लोमा भी कर सकती हैं। इसके लिए आप कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में 3 साल का डिप्लोमा, कंप्यूटर इंजीनियरिंग में 3 साल का डिप्लोमा, कंप्यूटर साइंस में 3 साल का डिप्लोमा, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में 3 साल का डिप्लोमा, कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में 3 साल का डिप्लोमा और हार्डवेयर और नेटवर्किंग में भी 3 साल का डिप्लोमा शामिल है। डिप्लोमा कोर्स की खूबी यह रहती है कि इसमें आपको कंप्यूटर तकनीकी की सारी जानकारी विस्तार से दी जाती है। इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्किंग के साथ कंप्यूटर से जुड़ी हुई सारी बुनियादी जानकारी भी हासिल होती है। कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी होने के कारण इससे आप कई सारे विकल्प चुन सकती हैं, जो कि कंप्यूटर के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए जरूरी होते हैं।

कंप्यूटर साइंस में डिग्री कोर्स

कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा के पर्याय के अलावा आप डिग्री कोर्स को भी प्राथमिकता दे सकती हैं। डिग्री कोर्स के लिए आप कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीटेक का चार साल का डिग्री कोर्स होता है, इसके लिए जरूरी है कि कंप्यूटर साइंस में बीटेक या बी. ई. का चार साल का कोर्स, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक या बी. ई का चार साल का कोर्स, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में बीटेक या बी.ई का चार साल का कोर्स, बीएससी कंप्यूटर साइंस में 3 साल का कोर्स, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी में बीएससी का 3 साल का कोर्स, बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन में 3 साल का कोर्स, कंप्यूटर इंजीनियरिंग में इंटीग्रेटेड का 5 साल का कोर्स शामिल है। 

क्या रहेगा कंप्यूटर साइंस में करियर का गणित

यह जान लें कि कंप्यूटर साइंस में करियर को सबसे अधिक रोजगारपरक माना गया है। यह भी माना जा रहा है कि आने वाले समय में कंप्यूटर साइंस के लिए नौकरी के बाजार बढ़ने की उम्मीद की जा रही है, जिससे कई क्षेत्रों की तुलना में कंप्यूटर साइंस में अधिक रोजगार मिलने की उम्मीद भी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि वेतन की दृष्टि से इसमें हर महीने 50 हजार से 90 हजार या फिर 1 लाख तक की कमाई आराम से की जा सकती है। साथ ही कंप्यूटर साइंस में इंजीनियर होने के साथ आपको बहुमुखी करियर के विकल्प मिलते हैं। गेम बनाने से लेकर रोगों के इलाज तक का काम इस कंप्यूटर साइंस में डिग्री और अनुभव हासिल कर किया जा सकता है। पिछले  कई दशक से कंप्यूटर साइंस में करियर का विकल्प बढ़ा हुआ है। कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल करने वाले लोगों को मुख्य नौकरियां प्रोग्रामर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, सुरक्षा विश्लेषक और कंप्यूटर वैज्ञानिक के साथ आदि क्षेत्रों में खुद की योग्यता दिखाने का अवसर मिलता है। चलिए इस बारे में भी विस्तार से जानते हैं कि कौन से अच्छे करियर पर्याय हो सकते हैं।

कंप्यूटर सिस्टम विश्लेषक

कंप्यूटर साइंस की डिग्री हासिल करने के बाद आप कंप्यूटर सिस्टम विश्लेषक के तौर पर कार्य कर सकती हैं। इसके अंतर्गत मुख्य काम कंपनियों और व्यवसायों के लिए नए सिस्टम को डिजाइन करना होता है। साथ ही किसी काम के लिए योजना बनाना और उसे स्थापित करके बाद उसके संचालन को सुविधाजनक बनाने का काम भी कंप्यूटर साइंस विश्लेषक का होता है। साथ ही कंपनी के भारी खर्चों को कम करने का काम भी इसी में शामिल है। यह मान लें कि लगभग हर आधुनिक व्यवसाय अपने व्यावसायिक और व्यवसायिक उपयोग के लिए कंप्यूटर सिस्टम विश्लेषक का उपयोग करता है। इस करियर पर्याय तक पहुंचाने के लिए कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री का होना जरूरी माना गया है, जो कि हाई सैलरी जॉब है।

नेटवर्क सुरक्षा प्रशासक

बाकी सभी जॅाब प्रोफाइल के विपरीत जिसमें निर्माण कार्य शामिल है, उससे अलग एक नेटवर्क सुरक्षा प्रशासक डिजिटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए कंप्यूटर नेटवर्क के अंदर सिस्टम और कानूनों को लागू करने के लिए जिम्मेदार होता है। उनके कार्य कर्तव्यों में कार्य करना और डिजिटल डेटाबेस के लिए जरूरी सुरक्षा की कमी पर प्रकाश डालना भी शामिल होता है। नेटवर्क सुरक्षा प्रशासक किसी भी बड़ी या फिर छोटी कंपनी के लिए सुरक्षा गार्ड की तरह कार्य करते हुए हैकिंग की साजिशों को विफल करने और सिस्टम की सेवा और सुरक्षा से जुड़ी हुई सभी खामियों को सुलझाना और उनका जवाब देने की योजना भी नेटवर्क सुरक्षा प्रशासक करती है।

सिस्टम सॉफ्टवेयर इंजीनियर 

इस करियर में भी आपके लिए बढ़त के कई रास्ते खुलेंगे। सिस्टम सॉफ्टवेयर इंजीनियर एक प्रशिक्षित कंप्यूटर साइंस स्नातक होते हैं। इस करियर में नेटवर्क को चलाने के लिए सिद्धांतों और सिद्धांतों के संयोजन का उपयोग करते हैं। यह कार्य पूरी तरह से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर से जुड़े डिजाइनों को संसाधित करने और लागू करने के लिए गणना और सूचना के सिद्धांत को शामिल करता है। सिस्टम सॉफ्टवेयर इंजीनियर एक तरह से गतिशील कर्मचारी है, जो लगातार विकसित हो रहे उद्योग में नई चीजें जोड़ने के लिए जिम्मेदार होता है।

डेवलपमेंट संचालन इंजीनियर

कंप्यूटर साइंस में डिग्री कोर्स पूरा करने के बाद डेवलपमेंट संचालन इंजीनियर के क्षेत्र में भी नौकरी पाई जा सकती है। डेवलपमेंट संचालन इंजीनियर कंपनी के उत्पादों का प्रबंधन करते हैं, और एक उच्च कोटि और गुणवत्ता से परिपूर्ण एप्लिकेशन को प्रदान करने के साथ उससे जुड़ी हुई समस्याओं को भी ठीक करते हैं। उनके द्वारा तैयार और ठीक किए गए एप्लीकेशन का सबसे अधिक उपयोग आम जनता के जरिए किया जाता है। डेवलपमेंट संचालन इंजीनियर के क्षेत्र में मोटी कमाई होती है।

सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट

कंप्यूटर साइंस से डिग्री कोर्स हासिल करके सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट भी बना जा सकता है। सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट की नौकरी के दौरान किसी सिस्टम के निर्माण उसकी योजना बनाने और एप्लिकेशन बनाने का भी प्रमुख कार्य भी सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट करते हैं। दिलचस्प है कि सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट खुद के लिए स्वतंत्र व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। या फिर किसी संगठन और कंपनी के लिए काम कर सकते हैं। यह माना जाता है कि सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट बिजनेस के खेल को आगे बढ़ाने में सबसे बड़ी और अहम भूमिका निभाते हैं। और कंपनी के भविष्य को बखूबी डिजाइन करते हैं। 

साइबर सुरक्षा इंजीनियर

कंप्यूटर साइंस में डिग्री और डिप्लोमा का 3 से 4 साल का कोर्स पूरा करने के बाद साइबर सुरक्षा इंजीनियर भी बना जा सकता है। साइबर सुरक्षा इंजीनियर नेटवर्क की सुरक्षा का विश्लेषण करने के लिए सिस्टम को आंतरिक खतरों और ईमेल हैक से जुड़ी असुरक्षा को भी संभालता और बचाता है। आप यह कह सकती हैं कि साइबर सुरक्षा इंजीनियर सिस्टम के लिए रक्षा के तौर पर कार्य करते हैं। 

कंप्यूटर साइंस में करियर बनाने के लिए जरूरी स्किल

इस क्षेत्र में खुद को माहिर करने के लिए आपके पास कई सारी खूबियां रहनी जरूरी है। कंप्यूटर साइंस इंजीनियर के पास नवीन कार्यों को करने के लिए क्षमता और लचीलापन होना जरूरी होता है। साथ ही नए परिवर्तनों के साथ तालमेल बिठाते हुए टीम के साथ कार्य़ करने की क्षमता होनी चाहिए। यह भी जान लें कि कोडिंग कंप्यूटर की भाषा है,जिसका उपयोग आम जनता द्वारा उपयोग किए जाने वाले सॅाफ्टवेयर और प्रोग्राम तैयार करने के लिए किया जाता है। कोडिंग कंप्यूटर विज्ञान स्नातकों का सबसे अहम और गुप्त हथियार माना गया है और पेशेवरों के लिए यह सबसे आवश्यक कौशल होता है। इसके साथ कम्यूनिकेशन भी बोना कंप्यूटर साइंस के इंजीनियरों के फ्रेमवर्क और प्रोग्राम को विकसित करने के लिए जरूरी होता है। इसके लिए टीम में काम करना होता है। इसकी वजह है कि एक साथ कई सारे प्रोजेक्ट को टीम के साथ मिलकर संभालना होता है। यह भी जरूरी है कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियर के पास क्रिएटिविटी का भी गुण होना चाहिए, ताकि जटिल समस्याओं का भी समाधान खोजने में खुद को कुशल साबित कर सकें। रचनात्मकता होना एक आवश्यक कौशल माना गया है। इस श्रेत्र में सफल होने के लिए यह सबसे आवश्यक मान गया है। इसके साथ नेटवर्किंग की खूबी भी होना जरूरी है। नेटवर्किंग आपको आपके करियर में एक उछाल देने के लिए जरूरी होती है, जो कि आने वाले कल से आपको जोड़े रखती है।







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