हर किसी के पास अपनी छोटी या फिर बड़ी मेकअप वैनिटी वैन होती है। कोई घर पर इसका इस्तेमाल करता है, तो कोई ट्रेवल पाउच की तरह अपने बैग में चेहरे की त्वचा के केयर से जुड़े हुए सामानों को रखता है। आप अगर यह सोच रहे हैं कि मेकअप वैनिटी में सिर्फ मेकअप से जुड़े सामान रहते हैं, तो ऐसा नहीं है। मेकअप को लेकर यह कहा जाता है कि उसमें लिपस्टिक,फाउंडेशन और आईशैडो को रखा जाता है, लेकिन आप अपने मेकअप वैनिटी में स्किनकेयर और हाइजीन से जुड़े हुए जरूरी चीजों को जरूर शामिल करें और उसे नजरअंदाज न करें। आइए जानते हैं विस्तार से।
फेस क्लींजर

चेहरे की त्वचा के लिए फेस क्लींजर सबसे अधिक जरूरी माना गया है। चेहरे की त्वचा के लिए फेस क्लींजर का इस्तेमाल करना कई कारणों से जरूरी होता है। यह त्वचा की सेहत को बनाए रखने में खास भूमिका निभाता है। ऐसा होता है कि दिनभर में हमारे चेहरे पर धूल,मिट्टी और पसीना जरूर होता है। क्लींजर इन सबको कोमलता से हटाकर त्वचा को साफ करता है। अगर आपकी त्वचा बहुत तैलीय है, तो क्लींजर चेहरे की त्वचा से ऑयल को हटाता है। साथ पोर्स को ब्लॉक होने से बचाता है। इससे पिंपल्स और एक्ने कम होता है। फेस क्लींजर गहराई से मेकअप हटाने का काम करता है। साथ ही क्लींजर चेहरे पर से डेड स्किन सेल्स हटाने का काम गहराई से करता है। यह भी है कि अगर आप क्लीनर से चेहरे की सफाई करती हैं, तो मॉइस्चराइज़र, सीरम, या टोनर जैसे प्रोडक्ट्स बेहतर तरीके से त्वचा में समा जाते हैं। उल्लेखनीय है कि आपको अपनी त्वचा के हिसाब से फेस क्लींजर का चुनाव करना चाहिए।
चेहरे की केयर करने के लिए टोनर का इस्तेमाल

स्किन की केयर करने के लिए सबसे जरूरी टोनर का इस्तेमाल जरूरी होता है। चेहरे की देखभाल में टोनर का इस्तेमाल जरूरी होता है, क्योंकि यह त्वचा को गहराई से साफ करने और संतुलन बनाए रखने और आगे के स्किन केयर प्रोडक्ट्स को अच्छे से काम करने में मदद करता है। त्वचा पर टोनर का इस्तेमाल करने से पीएच लेवल संतुलित रहता है। टोनर इसे फिर से बैलेंस करता है, जिससे त्वचा सेहतमंद रहती है। टोनर त्वचा के खुले पोर्स को छोटा करने में मदद करता है, जिससे त्वचा अधिक स्मूथ और साफ दिखाई देती है। टोनर के बाद भी मेकअप, धूल और तेल त्वचा में रह जाता है। टोनर उन्हें गहराई से साफ करके स्किन में ताजगी लगता है। टोनर लगाने के बाद स्किन मॉइस्चराइजर और सीरम को बेहतर तरीके से अब्सॉर्ब करती है, जिससे उसका असर ज्यादा होता है। उल्लेखनीय है कि कई टोनर में एलोवेरा, गुलाब जल, या हयालुरोनिक एसिड जैसे तत्व होते हैं जो त्वचा को हाइड्रेट करते हैं और ठंडक पहुंचाते हैं। टोनर को इस्तेमाल करने के लिए पहले चेहरे को फेस वॉश से साफ करें। इसके बाद कॅाटन पैड पर टोनर लें और सीधे हथेली में रखकर हल्के हाथों से पूरे चेहरे और गर्दन पर लगाएं। टोनर के सूखने के बाद फिर से मॉइश्चराइजर लगाएं।
मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल

मॉइश्चराइजर एक ऐसा स्किन केयर प्रोडक्ट है, जो आपकी त्वचा को हाइड्रेट करता है। उसे कोमल और मुलायम बनाता है। साथ ही बाहरी नुकसान से बचाता है। बाहरी नुकसान का मतलब होता है धूप, ठंडी हवा और प्रदूषण से बचाने का काम करता है। चेहरे की देखभाल के लिए यह बहुत जरूरी माना गया है। यह त्वचा में पानी की कमी को पूरा करता है और त्वचा को रूखा, खिंचाव भरा या परतदार होने से बचाता है। ध्यान दें कि मॉइश्चराइजर एक लेयर बनाता है जो त्वचा को बाहरी गंदगी, बैक्टीरिया और प्रदूषण से बचाता है। मॉइश्चराइजर मेकअप को स्मूथ अप्लाई करने में मदद करता है और त्वचा को रूखा नहीं बनने देता है। आपको इतना ध्यान रखना है कि अपने स्किन टाइप के अनुसार मॉइश्चराइजर का चुनाव करें।
प्राइमर का इस्तेमाल चेहरे की त्वचा के लिए क्यों जरूरी

प्राइमर एक तरह से काॅस्मेटिक प्रोडक्ट जरूर है, जिसका इस्तेमाल मेकअप लगाने से पहले किया जाता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि प्राइमर न सिर्फ मेकअप को प्रोटेक्ट करता है, बल्कि आपके चेहरे की त्वचा की भी सेहत को सुरक्षा कवच देता है। प्राइमर एक पतली लेयर बनाता है जो स्किन की असमानता, खुले पोर्स और दाग-धब्बों को छुपाकर मेकअप को स्मूद बेस देता है। यह मेकअप और त्वचा के बीच एक बफर लेयर बनाता है, जिससे मेकअप जल्दी फैलता या पिघलता नहीं है।अगर आपकी त्वचा तैलीय है, तो मैटिफाइंग प्राइमर स्किन के अतिरिक्त तेल को कंट्रोल करता है और चेहरा दिनभर फ्रेश लगता है। कुछ प्राइमर कलर टोन को बैलेंस करते हैं — जैसे ग्रीन टेंट वाला प्राइमर रेडनेस को कम करता है, पीच/ऑरेंज डार्क स्पॉट्स को छुपाता है। ध्यान दें कि प्राइमर लगाने का भी एक तरीका होता है। सबसे पहले चेहरा धोकर मॉइश्चराइजर लगाएं। इसके बाद थोड़ा-सा प्राइमर लें और फिर उंगलियों या ब्रश से चेहरे पर फैलाएं खासतौर पर नाक, माथा और ठोड़ी पर। कुछ सेकंड सूखने दें और फिर मॉइश्चराइजर लगाएं।
लिप केयर भी जरूरी और कैसे करें

चेहरे की त्वचा का ध्यान रखते हुए हम यह भूल जाते हैं कि होंठों की देखभाल भी उतनी ही जरूरी है। जाहिर सी बात है कि होंठों की त्वचा अधिक नाजुक और पतली होती है। अगर आप ध्यान नहीं रखते हैं, तो इससे होंठ सूखने लगते हैं और कालापन भी आने लगता है। होंठों की देखभाल करने के लिए उस पर लिप बाम लगाना चाहिए। साथ ही लिपस्टिक लगाने से पहले होंठो पर उसका बेस तैयार करना भी जरूरी हो जाता है। ध्यान दें कि मॉइस्चराइज होंठों पर लिपस्टिक स्मूद लगती है और ज्यादा समय तक टिकती है। लिप केयर के लिए लिप का ध्यान भी रखना जरूरी है। सबसे पहले होंठो को साफ करें। रात को सोने से पहले होंठों को गुनगुने पानी से धोएं और किसी सौम्य क्लींजर या कॉटन से मेकअप हटाएं। साथ ही हफ्ते में एक या दो बार लिप को स्क्रब जरूरी करें। आप शहद और चीनी मिलाकर खुद के होंठो के लिए स्क्रब तैयार कर सकती हैं। साथ ही लिप बाम दिन में कई बार लगाएं।