ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स एक जैसे दिखते हैं। दोनों एक जैसे दिखते हैं। इन दोनों से ही छुटकारा पाना आपकी त्वचा के लिए जरूरी होता है। लेकिन इससे पहले आपके लिए यह समझना जरूरी है कि दोनों में क्या फर्क है और दोनों का ट्रीटमेंट किस तरह से करना है। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में कि ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स क्या होता है और कैसे इसका इलाज करना है।
जानें ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स क्या होता है?

ब्लैकहेड्स अक्सर नाक और चेहरे पर कुछ जगहों पर होता है। इसका मतलब यह होता है कि रोम फुंद या फॉलिकल का मुंह खुला रहता है। जिसके अंदर का मैल, तेल, मृत त्वचा कोशिकाएं हवा के संपर्क में आती है। हवा और गंदगी के मिलने से चेहरे पर आपको काला या गहरा भूरा रंग दिखाई देता है और इसे ही ब्लैकहेड्स कहते हैं। व्हाइटहेड्स में रोमफुंद पूरी तरह बंद हो जाता है, ऊपर की सतह से त्वचा बाधित हो जाती है। अंदर जमा मैल, तेल और मृत कोशिकाएं बाहर की हवा से पूरी तरह से संपर्क में नहीं आता है। इसलिए वह सफेद या त्वचा के रंग जैसा दिखने लगता है। व्हाइटहेड्स को सफेद कील कहा जाता है। ये भी त्वचा के रोम छिद्रों में तेल और मृत कोशिकाओं के जमने से बनते हैं, लेकिन ये खुले नहीं होते। ये त्वचा की ऊपरी सतह के नीचे बंद रहते हैं, इसलिए इनका रंग सफेद या त्वचा जैसे होता है।
इसके होने की वजह?

यह जान लें कि ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स के होने के कारण एक जैसे होते हैं। इसकी वजह यह भी है कि त्वचा में अधिक तेल का उत्पादन होता है। इस वजह से यह अधिक होता है। दूसरी तरफ मृत कोशिकाओं का जमाव होता है, यानी कि त्वचा के ऊपरी परत से पुरानी कोशिकाएं पूरी तरह से निकल व पाएं तो पोर्स खराब हो जाता है। कई बार त्वचा में हार्मोनल बदलाव भी जरूरी है। कई बार मासिक धर्म, प्रेगनेंसी आदि में हार्मोनल बदलाव होता है और इससे त्वचा में तेल बढ़ जाता है। साथ ही कुछ मेकअप प्रोडक्ट ऐसे भी होते हैं, जिससे त्वचा का पोर्स बंद हो जाता है और ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या बढ़ जाती है। कई बार हम चेहरे की देखभाल में कमी करते हैं, जैसे कि त्वचा को नियमित साफ न करना भी शामिल है। साथ ही धूल, पसीना और नमी के कारण भी ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या होती है। सबसे अधिक ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स मुंह, नाक और फोरहेड पर यानी कि नाक के ऊपर सिर के हिस्से पर होता है। ध्यान दें कि ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स कई बार ठोड़ी, छाली और कंधे पर भी होता है।
कैसे करें ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स में पहचान

ब्लैकहेड्स का रंग काला होता है और व्हाइटहेड्स का रंग सफेद होता है। ब्लैकहेड्स की ऊपरी सतह खुली रहती है और व्हाइटहेड्स की सतह बंद होती है। व्हाइटहेड्स उभरा हुआ और अंदरूनी तौर पर अधिक होता है। ब्लैकहेड्स छूने पर थोड़ी मोटी और बाहर से हल्की ऊंची होती है। हालांकि इस बात का ध्यान रखना है कि ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स इनको दबाया जाए या ज्यादा जोर से निकाला जाए तो त्वचा को चोट लग सकती है। यहां तक कि दबाने के कारण दाग-धब्बे हो सकते हैं।
कैसे करें ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की देखभाल

ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स का इलाज घरेलू उपायों, स्किन केयर प्रोडक्ट्स और कुछ मामलों में चिकित्सा उपायों द्वारा किया जा सकता है। ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स के लिए नियमित सफाई होना जरूरी है। इसके लिए दिन में दो बार माइल्ड फेस वॉश से चेहरा धोना चाहिए। इसके साथ स्किन पर जमा धूल, गंदगी और पसीने को हटाने से रोम छिद्र खुलते हैं। ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को हटाने के लिए नियमित सफाई के साथ स्टीम लेना भी जरूरी है। स्टीम लेने के बाद ब्लैकहेड्स रिमूवल स्ट्रिप्स या टूल्स का उपयोग कर सकते हैं। क्ले मास्क का भी उपयोग इस दौरान किया जाना चाहिए। क्ले मास्क, खासकर बेंटोनाइट या काओलिन क्ले युक्त, त्वचा से अतिरिक्त तेल सोखते हैं। रोम छिद्र साफ रखने में मददगार। आप यह भी कह सकती हैं कि अगर ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स ज़्यादा गहरे या बार-बार हो रहे हैं, तो त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लेना बेहतर होता है।
ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स हटाने के लिए घरेलू उपाय

ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स को हटाने के लिए घरेलू उपाय किए जा सकते हैं। इसके लिए नींबू और शहद का मास्क तैयार कर सकती हैं। इसके लिए आपको दोनों तो एक साथ मिलाना है। क्योंकि नींबू में नेचुरल एसिड होता है जो रोमछिद्रों को साफ करता है। शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। दोनों को मिलाकर चेहरे पर लगाने से ब्लैकहेड्स कम होते हैं। आप बेसन और हल्दी को मिलाकर भी एक पैक तैयार कर सकती हैं। आप बेसन और हल्दी को एक साथ मिलाकर स्क्रब की तरह इसे तैयार कर सकती हैं। आपको स्क्रब की तरह इसे इस्तेमाल करना है। इससे त्वचा भी साफ होती है और निखार आता है। एलोवेरा जेल भी इस दौरान काफी काम आता है। एलोवेरा जेल ठंडक देने वाला और रोमछिद्रों को शांत करने वाला होता है। दर दिन एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करने से सफाई और हाइड्रेशन दोनों एक साथ मिलता है।
व्हाइटहेड्स हटाने के लिए क्या करें
व्हाइटहेड्स हटाने के लिए दिन में 2 बार माइल्ड फेस वॉश से चेहरा धोएं। अगर आपकी ऑयली स्किन है, तो डॉक्टर की सलाह से फेसवॉश खरीदें। हफ्ते में 1-2 बार त्वचा को स्क्रब करें ताकि मृत कोशिकाएं हटें। आप घरेलू स्क्रब भी तैयार कर सकती हैं। हालांकि आपको बहुत ज्यादा स्क्रब नहीं करना चाहिए। आप टी ट्री आयल का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है। कॉटन बड से सिर्फ़ व्हाइटहेड पर लगाएं। आप यह भी कर सकती हैं कि नीम और तुलसी की पत्तियों को पीसकर लेप बनाएं। सप्ताह में 2 बार लगाएं — यह बैक्टीरिया को मारता है और त्वचा को साफ करता है। साथ ही आपको पानी अधिक मात्रा में पीना है। आपको तैलीय और जंक फूड से बचें। खाने में हरी सब्जियां, फल, जिंक और विटामिन ए से युक्त चीजें खाएं। खासतौर पर गाजर और पपीता का सबसे अधिक सेवन करना चाहिए।