हमें अपनी स्किनकेयर का ख्याल रखना बेहद जरूरी है, ऐसे में बात जब चेहरे की आती है, तो कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले हमें ऐहतियात रखना जरूरी है। इसलिए आइए बाकी के फेस पैक के अलावा अगर आपको अपनी स्किन का ख्याल रखना है, तो कौन से पानी का इस्तेमाल आप करके चेहरे को बेहतर रख सकती हैं।
बिना वजह भी दिन में दो बार जरूरी है मुंह धोना
आम तौर पर अपनी पसंद का कोई भी फेस वॉश हाथों में लेकर उसे दोनों हाथों से अपने चेहरे पर मलकर हम पानी से अपना मुंह धो लेते हैं और हमें लगता है हमारा काम खत्म हो गया। आप भी यही करती हैं न? यदि हां तो ये बात समझ लीजिए कि मुंह धोना एक ऐसी प्रक्रिया है, जो ये तय करती है कि आपका चेहरा दमकेगा या नहीं। सिर्फ यही नहीं आपकी ही तरह और भी कई लोगों को लगता है कि मेकअप निकालने के लिए या चेहरे पर गंदगी लगी होने पर ही हमें अपना चेहरा धोना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। किसी भी स्थिति में दिन में दो बार आपको अपना चेहरा धोना ही चाहिए। विशेष रूप से रात को मेक-अप निकालने के अलावा पूरे दिन की मैल के साथ थकान उतारने और चेहरे की त्वचा को स्वस्थ रखने का सबसे बेहतर जरिया है मुंह धोना।
न ज्यादा गर्म, न ज्यादा ठंडा
आम तौर पर कुछ लोगों को आपने देखा होगा, तुरंत राहत पाने के लिए या तरोताजा महसूस करने के लिए वे बर्फीले पानी से अपना मुंह धोते हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें लगता है मेकअप उतारने या चेहरे पर जमी गंदगी निकालने के लिए गर्म पानी बेहतर उपाय है। सच पूछिए, तो दोनों ही चीजें आपके चेहरे के लिए सही नहीं हैं। हां, चेहरे की सूजन कम करने के लिए बर्फ का ठंडा पानी या बर्फ आपके चेहरे के लिए एक विकल्प हो सकता है, लेकिन उसे साफ करने के लिए ये बिल्कुल सही नहीं है। हमारे चेहरे की त्वचा के सेल्स काफी संवेदनशील होते हैं। इस तरह की कठोरता से वे क्षतिग्रस्त हो सकते हैं, जिससे आपका चेहरा न सिर्फ बेजान और कांतिहीन हो सकता है, बल्कि उन पर इरिटेशन और मुंहासे भी आ सकते हैं।
माइक्रेलर पानी के न रहने पर करें गुनगुने पानी का इस्तेमाल
आम तौर पर चेहरे पर जमी गंदगी के साथ मेकअप उतारने के लिए ऑलिव ऑयल या कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे चेहरा थोड़ा ऑयली हो जाता है। ऐसे में उस ऑयल को निकालने के लिए आप पानी की बजाय माइक्रेलर पानी का इस्तेमाल कर सकती हैं। रुई के फाहों को सादे पानी की बजाय माइक्रेलर पानी में डुबोकर उससे अपना चेहरा पोछ लें। इससे चेहरा ताजगी से भरा महसूस होगा और आपके चेहरे पर जमी गंदगी भी निकल जाएगी। वैसे अगर आपके पास माइक्रेलर पानी न हो, तो आप गुनगुने पानी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
नहाने के साबुन का न करे इस्तेमाल
आम तौर पर नहाने के साबुन का पीएच लेवल, हमारे चेहरे की त्वचा के पीएच लेवल से काफी अलग होता है। ऐसे में साबुन, आपके चेहरे के पीएच लेवल को प्रभावित करता है, जिसके कारण बैक्टीरिया के साथ स्किन इंफेक्शंस होते हैं। इसलिए चेहरा धोते समय उन्हीं प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कीजिए, जो आपकी नाजुक त्वचा को ध्यान में रखकर बनाए गए हों। हालांकि ये बात आप भी जानती होंगी कि चेहरे की त्वचा को ध्यान में रखकर बनाए गए फेसवॉश या क्लींजिंग बाम, झाग रहित होते हैं। ऐसे में जिन्हें इस बात का पता नहीं होता, उन्हें लगता है कि ये ठीक से काम नहीं कर रहा, लेकिन सच्चाई ये है कि झाग, आपकी त्वचा से नेचुरल ऑयल छीन लेता है।
रगड़ने की बजाय, प्यार से सहलाइए
चेहरा धोते समय इस बात का ध्यान रखिए कि क्लींजिंग और स्क्रबिंग में फर्क होता है, इसलिए चेहरा धोते समय उसे रगड़ने की बजाय हल्के हाथ से मालिश करते हुए उसे सहलाइए। अपने पसंदीदा क्लींजिंग बाम या फेसवॉश को चेहरे पर लगाकर अपनी उंगलियों से उसे बारी-बारी से ऊपर और नीचे की तरफ 60 से 90 सेकंड तक आराम से मलिए। इससे न सिर्फ आपके चेहरे के पोर्स खुल जाएंगे, बल्कि एक स्वस्थ चमक भी आ जाएगी। हो सकता है आपमें से काफी लोग चेहरा साफ करने के लिए बाजार में मिल रहीं तरह-तरह के स्पॉन्ज, स्क्रबर या क्लींजर का उपयोग करती हों। दरअसल, शुरू-शुरू में ये नरम लग सकता है, लेकिन एक समय के बाद इससे आपके चेहरे की त्वचा की बाहरी परत क्षतिग्रस्त होने लगती है, जिससे दाने, चुभन और जलन होने लगती है।
कैंपिंग का सच्चा साथी है माइक्रेलर पानी
क्लींजिंग के अभाव में या उसकी जगह पर चेहरा धोने के लिए माइक्रेलर पानी सबसे बेहतर विकल्प है। माइक्रेलर पानी में मौजूद मिसेल बैक्टीरिया चेहरे की त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। विशेष रूप से मेकअप न करनेवाले लोग इस पानी का उपयोग क्लींजर के रूप में कर सकते हैं। सिर्फ यही नहीं कैंपिंग के दौरान, पानी के अभाव में भी अपना चेहरा धोने के लिए आप इसका इस्तेमाल बेफिक्र होकर कर सकती हैं।