गर्मी की छुट्टियों के साथ बच्चों के वेकेशन को कैसे उपयोगी बनाया जाए, इसे लेकर कई सारे सवाल मन में उठने लगते हैं। इसके लिए एक नहीं बल्कि बीते कुछ सालों से बच्चों के वेकेशन कोर्स के नाम पर कई सारे ऐसे कोर्सेस मौजूद हैं। इनमें से किसका चयन आपके बच्चे के लिए लाभकारी होगा, यह चुनना अक्सर मुश्किल होता है। ऐसे में हम आपकी मदद करते हैं और बताते हैं कि कौन से ऐसे कोर्सेस हैं, जो आपको अपने बच्चे के वेकेशन के लिए जरूरी योजना में शामिल करना चाहिए, जो कि बच्चों की दिलचस्पी भी बढ़ाएगा और साथ ही उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी करेगा। आइए जानते हैं विस्तार से।
बागवानी

बागवानी आपके बच्चों को क्रिएटिव बनाने के साथ प्रकृति से भी जोड़ता है। आप ऑनलाइन किसी वीडियो को देखकर भी अपने बच्चे को बागवानी करना सिखा सकती हैं। बागवानी में अक्सर बच्चों की दिलचस्पी भी होती है, क्योंकि इसमें प्रक्रियाएं होती हैं जो बच्चों में दिलचस्पी पैदा करती हैं। आप चाहें तो बागवानी के कोर्स भी अपने बच्चे से करवा सकती हैं, जो कि ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध हो जाते है। अपने घर की खिड़की पर ही अपने बच्चे के साथ बागवानी की क्लास शुरू कर सकती हैं। इसके साथ आप अपने बच्चे के पौधों और पेड़ों से जुड़ी जानकारियां भी दे सकती हैं, जो कि प्रकृति को उनके और भी करीब लेकर आएगा।
स्विमिंग

गर्मियों की छुट्टियों में स्विमिंग की क्लासेस काफी आम हैं। कई ऐसे पेरेंट्स हैं , जो कि स्वीमिंग को वेकेशन कोर्स के तौर पर अपने बच्चों के लिए जरूरी मानते हैं। इसका फायदा यह है कि यह आपके बच्चे को शारीरिक तौर पर फिट रख सकते हैं। बच्चों की पूरी बॉडी का वर्कआउट भी होता है। इसके साथ उन्हें स्विमिंग के जरिए तैराकी की कला सीखने को मिलती है, जो कि भविष्य में उनके काम आ सकती है।
लैंग्वेज कोर्स

लैंग्वेज कोर्स के जरिए आप अपने बच्चे को कई सारी भाषाएं सीखने में मदद कर सकती हैं। आप किसी भी भाषा का कोर्स करवा सकती हैं। माना गया है कि लैग्वेंज कोर्स करने से मानसिक विकास होता है। कई ऐसे क्लासेस हैं जहां पर एक साथ दो भाषाएं सिखाई जाती हैं। लैग्वेंज ऐप के जरिए या फिर किताबों के साथ दूसरी भाषाओं का ज्ञान बच्चों के वेकेशन को उपयोगी बना देगा।
कोडिंग क्लासेस

बीते कुछ सालों में कोंडिग को लेकर लोगों के बीच उत्सुकता बढ़ी है। इसके लिए कोडिंग समर कैंप भी होते हैं। कोडिंग की सहायता से वेबसाइट और ऐप भी क्रिएट किए जा सकते हैं। साथ ही कंप्यूटर की कठिन भाषा को बच्चे कोडिंग के कारण आसानी से समझ सकते हैं। भविष्य में आपके बच्चे के करियर में नौकरी पाने में भी कोडिंग काम की जानकारी साबित हो सकती है। कोडिंग से गणित के साथ कैलकुलेशन की गुणवत्ता भी बच्चों में बढ़ती है और इससे बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ती है। आप 5 साल की उम्र से बच्चों को कोडिंग का ज्ञान दिला सकती हैं।
सेल्फ डिफेंस

वेकेशन कोर्स में बच्चों के लिए सेल्फ डिफेंस कोर्स भी काफी फायदेमंद हैं। इस कोर्स के जरिए बच्चे अपनी और अपनों की सुरक्षा से जुड़े जरूरी ज्ञान को सीख सकते हैं। आप अपने बच्चे को जूडो, कराटे, मार्शल आर्ट सीख सकते हैं। इससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है।